नई दिल्ली : तीन दिन की दौरे पर भारत आए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद और नरेंद्र मोदी के बीच सोमवार को हाई लेवल मीटिंग के दौरान राफेल फाइटर प्लेन पर दोनों देशों के बीच डील हो गई है। इस पर MoU भी साइन हो गया। भारत फ्रांस से 36र राफेल विमान खरीदेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और फ्रांस के बीच राफेल डील को लेकर सहमति बन गई है। राफेल डील के आर्थिक पहलुओं को छोड़कर बाकी मुद्दों पर दोनों देश सहमत हो गए हैं। सौर उर्जा, न्यूकिल्यर पावर और पर्यावरण को लेकर भी दोनों देशों के बीच समझौता हुआ है। हैदराबाद हाउस में पीएम नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद की शिखर बैठक लगभग दो घंटे चली। इसके बाद दोनों ने संयुक्त बयान जारी किया।
इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद का सोमवार को दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में औपचारिक तौर पर स्वागत किया गया। यहां ओलांद ने कहा कि दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन ISIS के खिलाफ लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा, 'ISIS से डरने वाला नहीं है फ्रांस। उसका खात्मा करने की हम पूरी कोशिश करेंगे।
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इससे पहले, ओलांद ने सोमवार सुबह करीब 8.15 बजे दिल्ली के होटल ताज पैलेस में बिजनेस लीडर्स और कई सीईओ से मुलाकात की।
राष्ट्रपति भवन में हुआ स्वागत :
राष्ट्रपति भवन में सुबह करीब 10 बजे ओलांद का औपचारिक और भव्य स्वागत किया गया। भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उनका स्वागत किया और इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस स्वागत से ओलांद काफी अभिभूत हुए। ओलांद ने कहा कि वो गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं।
बापू को दी श्रद्धांजलि :
राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत के बाद ओलांद राजघाट पहुंचे और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। यहां उन्होंने पौधारोपण भी किया।