भारतीय वायुसेना की बढ़ी ताकत, बोइंग ने वायुसेना को अपाचे हेलिकॉप्टर की पहली खेप सौंपी
2015 में भारत ने अमेरिका से 22 अपाचे और 15 चिनूक हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए डील की थी
वॉशिंगटन : अमेरिका ने शनिवार को भारतीय वायुसेना को अपाचे गार्जियन अटैक हेलिकॉप्टर की पहली खेप सौंप दी। एरिजोना स्थित बोइंग प्रोडक्शन फैसिलिटी में रखे गए एक कार्यक्रम में एयर मार्शल एएस बुटोला ने पहला हेलिकॉप्टर स्वीकार किया। पहली खेप इसी साल जुलाई में भारत पहुंचाई जाएगी।
भारत ने 2015 में अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग से 22 अपाचे खरीदने का सौदा किया था। 2.5 अरब डॉलर (करीब 17.5 हजार करोड़ रुपए) के इस सौदे में 15 चिनूक हेलिकॉप्टर भी शामिल थे। बोइंग के मुताबिक, अपाचे दुनिया के सबसे अच्छे लड़ाकू हेलिकॉप्टर माने जाते हैं। यह खासतौर पर भारतीय वायुसेना की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं। कम ऊंचाई पर उड़ने की क्षमता की वजह से यह पहाड़ी क्षेत्रों में छिपकर वार करने में सक्षम हैं।
फरवरी में भारत पहुंची थी चिनूक हेलिकॉप्टरों की खेप
भारत अपाचे का इस्तेमाल करने वाला 14वां देश होगा। इससे वायुसेना की ताकत में काफी इजाफा होगा। इसी साल फरवरी में अमेरिका से खरीदे गए चिनूक हेलिकॉप्टर की पहली खेप वायुसेना के बेड़े में शामिल हो चुकी है। 4 चिनूक हेलिकॉप्टर गुजरात में कच्छ के मुंद्रा एयरपोर्ट पहुंचे थे।