BBC Documentary: DU में भी आज बीबीसी डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग का ऐलान, अंबेडकर यूनिवर्सिटी में भारी बवाल
देशभर में बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री का विवाद बढ़ता जा रहा है। जेएनयू और जामिया मिलिया इस्लामिया के बाद चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से होता हुआ यह विवाद दिल्ली यूनिवर्सिटी तक पहुंच गया है। यही नहीं, अंबेडकर यूनिवर्सिटी में भी बीबीसी की इस विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर बवाल चल रहा है। पढ़िये रिपोर्ट...
गुजरात दंगों पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री "इंडिया द मोदी क्वेश्चन" काे लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। जेएनयू और जामिया मिलिया इस्लामिया के बाद चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से होता हुआ यह विवाद दिल्ली यूनिवर्सिटी तक पहुंच गया है। DU के छात्र संघ ने आज शुक्रवार शाम इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने का ऐलान कर दिया है। इसे लेकर विश्वविद्यालय के "प्रॉक्टर रजनी अब्बी" ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद से ही कैंपस में बवाल मचा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग सबसे पहले हैदराबाद यूनिवर्सिटी में हुई थी। उसके बाद JNU में डॉक्यूमेंट्री दिखाई जा रही थी, लेकिन बीच में बिजली काटी गई, जिसके चलते यह स्क्रीनिंग पूरी नहीं हो सकी। इसे लेकर छात्रों ने खासा हंगामा किया था। इस विवाद के बाद इस डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में करने का ऐलान किया गया था। लेकिन, प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए 7 छात्रों को हिरासत में ले लिया। इसके कारण से छात्र संघ ने छात्रों की रिहाई तक डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने से मना कर दिया। यह मामला यहां तक भी नहीं रूकते हुए पंजाब यूनिवर्सिटी तक पहुंच गया है।
अब एक नया मामला सामने आया है दिल्ली यूनिवर्सिटी से। यहां नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) कांग्रेस की छात्र शाखा, भीम आर्मी और कई अन्य छात्र संगठनों द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ परिसर के आर्ट्स फैकल्टी के बाहर आज शाम 5 बजे डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने की घोषणा कर दी गई है। विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर रजनी अब्बी ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज करा दी है। प्रॉक्टर अब्बी ने कहा है छात्र संघ को डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने के लिए परमिशन नहीं दी गई है। मैं दिल्ली पुलिस से अपील करता हूं कि छात्रों को डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने से रोका जाए। उन्होंने आगे कहा कि अगर छात्र डॉक्यूमेंट्री चलाते हैं, तो इसमें उसकी कोई भागीदारी नहीं होंगी। दिल्ली पुलिस ने कैंपस में मोर्चा संभाल रखा है। उधर, अंबेडकर यूनिवर्सिटी में भी छात्र संगठनों की ओर से इस विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने की जिद्द पर अड़े हैं। प्रदर्शनकारी आजादी-आजादी के नारे लगा रहे हैं।