UN सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य बना भारत, PM मोदी ने वैश्विक समुदाय का जताया आभार
निर्विरोध चुने जाने के बाद अब भारत 2021-22 कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च संस्था का अस्थाई सदस्य बन जाएगा।
न्यूयॉर्क : भारत बुधवार को 8वीं बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अस्थाई सदस्य (India member of UNSC) चुन लिया गया है। निर्विरोध चुने जाने के बाद अब भारत 2021-22 कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च संस्था का अस्थाई सदस्य बन जाएगा।
वहीं पीएम मोदी ने UNSC में भारत के चुने जाने के लिए समर्थन पर वैश्विक समुदाय का आभार जताया है.
Deeply grateful for the overwhelming support shown by the global community for India's membership of the @UN Security Council. India will work with all member countries to promote global peace, security, resilience and equity.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 18, 2020
193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने 75वें सत्र के लिए अध्यक्ष, सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्यों और आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के सदस्यों के लिए चुनाव कराया था। भारत के साथ-साथ आयरलैंड, मेक्सिको और नॉर्वे को भी सुरक्षा परिषद में एंट्री मिली है जबकि कनाडा को बाहर ही रहना पड़ेगा।
92 में से 184 वोट मिले
जीत के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत नेतृत्व जारी रखेगा और एक बेहतर बहुपक्षीय व्यवस्था को नई दिशा देगा। भारत को 192 बैलट वोट्स में से 184 वोट मिले। तिरुमूर्ति ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं कि भारत को साल 2021-22 के लिए UNSC का अस्थाई सदस्य चुन लिया गया है। हमें भारी समर्थन मिला है और संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों ने जो विश्वास जताया है उससे विनम्र महसूस कर रहा हूं।
Member States elect India to the non-permanent seat of the Security Council for the term 2021-22 with overwhelming support.
— India at UN, NY (@IndiaUNNewYork) June 17, 2020
India gets 184 out of the 192 valid votes polled. pic.twitter.com/Vd43CN41cY
दुनिया को देंगे नेतृत्व
उन्होंने कहा कि भारत को सिक्यॉरिटी काउिंसल में चुना जाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और वैश्विक नेतृत्व को पुख्ता करता है, खासकर कोरोना महामारी के समय में। उन्होंने कहा, 'भारत एक अहम समय पर सुरक्षा परिषद का सदस्य बना है और हमें भरोसा है कि कोविड के दौरान और कोविड के बाद की दुनिया में भारत हमेशा नेतृत्व प्रदान करेगा और बेहतर बहुपक्षीय व्यवस्था को नई दिशा देगा।'
अमेरिका ने किया स्वागत
हम भारत का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सफल चुनाव के लिए बधाई देते हैं। हम अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के मुद्दों पर साथ काम करने के लिए उत्साहित हैं, जो भारत और अमेरिका के बीच सहभागिता की वैश्विक रणनीति है। वहीं, इससे पहले पाकिस्तानी विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि भारत का सदस्य बनना हमारे लिए फिक्र की बात है। हालांकि उसके मेंबर बनने से कोई आसमान नहीं फट जाएगा।
तय थी भारत की जीत
भारत 2021-22 कार्यकाल के लिए एशिया-प्रशांत श्रेणी से अस्थाई सीट के लिए उम्मीदवार था। भारत की जीत इसलिए तय मानी जा रही थी, क्योंकि वह समूह की इस इकलौती सीट के लिए एकमात्र उम्मीदवार था। चीन और पाकिस्तान समेत 55 सदस्यीय एशिया-प्रशांत समूह ने पिछले साल जून में सर्वसम्मति से भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया था।
हर साल 5 अस्थाई सीटों के लिए होता है चुनाव
महासभा हर साल दो वर्ष के कार्यकाल के लिए कुल 10 में से पांच अस्थाई सदस्यों का चुनाव करती है। ये 10 अस्थाई सीटें क्षेत्रीय आधार पर वितरित की जाती हैं। पांच सीटें अफ्रीका और एशियाई देशों के लिए, एक पूर्वी यूरोपीय देशों, दो लातिन अमेरिका और कैरिबियाई देशों और दो पश्चिमी यूरोपीय और अन्य राज्यों के लिए वितरित की जाती हैं। परिषद में चुने जाने के लिए उम्मीदवार देशों को सदस्य देशों के दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है।
क्या है UNSC
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, संयुक्त राष्ट्र संघ के 6 प्रमुख हिस्सों में से एक है। इसका मुख्य कार्य दुनियाभर में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना होता है इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र संघ में नए सदस्यों को जोड़ना और इसके चार्टर में बदलाव से जुड़ा काम भी सुरक्षा परिषद के काम का हिस्सा है। यह परिषद दुनियाभर के देशो में शांति मिशन भी भेजता है और अगर दुनिया के किसी हिस्से में मिलिट्री ऐक्शन की जरूरत होती है तो सुरक्षा परिषद रेजोल्यूशन के जरिए उसे लागू भी करता है।