चंद्रयान-2 से संपर्क टूटने के बाद रो पड़े ISRO के चीफ, भावुक होकर PM मोदी ने गले लगाकर बढ़ाया हौसला, देखें वीडियो

Update: 2019-09-07 04:14 GMT

चंद्रयान-2 (Chandryaan 2) से संपर्क टूट गया है. वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) एक बार फिर से शनिवार सुबह इसरो (ISRO) मुख्यालय पहुंचे थे. इस मौके पर पीएम मोदी और इसरो के चीफ दोनों की आंखें नम हो गई.

जब पीएम बेंगलुरु सेंटर से लौट रहे थे तो ISRO चीफ के सिवन (K. Sivan) उन्हें सी ऑफ करने आए. इस दौरान इसरो चीफ की आंखे नम हो गईं. हालांकि पीएम मोदी ने उन्हें गला लगाकर उनका हौसला बढ़ाया. इस दौरान पीएम मोदी भी बेहद भावुक दिखे.

इससे पहले शनिवार को ISRO वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा कि चंद्रमा मिशन चंद्रयान -2 में बाधाओं से निराश न हों. उन्होंने कहा कि 'नया सबेरा' होगा.

उन्होंने यह भी कहा कि चंद्रमा पर उतरने का देश का संकल्प और भी मजबूत हो गया है. पीएम मोदी ने कहा कि 'हम अपने वैज्ञानिकों के साथ एकजुटता से खड़े हैं. हर भारतीय को अपने वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष कार्यक्रम पर गर्व है . हमारे कार्यक्रम ने न केवल हमारे नागरिकों बल्कि दुनिया के अन्य देशों की बेहतरी के लिये काम किया है. स्वास्थ्य सेवा से लेकर अन्य क्षेत्रों में हमारे वैज्ञानिकों का महतवपूर्ण योगदान है.'



आप विशिष्ट पेशवर हैं - पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, 'जहां तक हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रमों का सवाल है, तो सर्वश्रेष्ठ आना बाकी है. कई नये क्षेत्रों में खोज करने के अवसर हैं. मैं अपने वैज्ञानिकों से कहना चाहता हूं कि भारत आपके साथ है. आप विशिष्ठ पेशेवर हैं जो राष्ट्र की प्रगति में योगदान दे रहे हैं.'

उन्होंने कहा, 'आप मक्खन पर लकीर करने वाले लोग नहीं, बल्कि पत्थर पर लकीर करने वाले लोग हैं. अतीत में कई ऐसे अवसर आए हैं जब रुकावटों को पीछे छोड़ कर हमने वापसी की है.'

पीएम बोले- मां भारती का सिर हो ऊंचा

मोदी ने वैज्ञानिकों से कहा, 'मां भारती का सिर ऊंचा हो, इसके लिये आप पूरा जीवन खपा देते हैं. मैं कल रात की आपकी मन:स्थिति को समझता हू. आपकी आंखें बहुत कुछ कह रही थीं. आपके चेहरे की उदासी मैं पढ़ पा रहा था, इसलिये मैं आपके बीच ज्यादा देर नहीं नहीं रुका.'

गौरतलब है कि भारत के चंद्रयान-2 मिशन को शनिवार तड़के उस समय झटका लगा, जब लैंडर विक्रम से चंद्रमा के सतह से महज दो किलोमीटर पहले इसरो का संपर्क टूट गया. इसरो ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि विक्रम लैंडर उतर रहा था और लक्ष्य से 2.1 किलोमीटर पहले तक उसका काम सामान्य था. उसके बाद लैंडर का संपर्क जमीन पर स्थित केंद्र से टूट गया. आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है. 

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