रिपब्लिक डे: सामने आई चुनी गईं झांकियों की लिस्ट, इन राज्यों नहीं दिखेगी झांकी
दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के बाद बिहार की भी झांकी देखने को नहीं मिलेगी. रक्षा मंत्रालय ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने वाले राज्यों की झांकियों का चुनाव कर लिया है। इसमें मंत्रालयों, विभागों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां शामिल हैं। चुनी हुई झांकियां राजपथ पर दिखाई देंगी।
Defence Ministry's list of shortlisted participants(tableaux) for Republic Day Parade 2020. pic.twitter.com/adKiUabpxQ
— ANI (@ANI) January 3, 2020
झांकियों की लिस्ट
उद्योग और आंतरिक व्यापार को बढ़ावा देने वाला विभाग
पेयजल और स्वच्छता विभाग
वित्तीय सेवाओं का विभाग
एनडीआरएफ, गृह मंत्रालय
सीपीडब्ल्यूडी, आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय
जहाजरानी मंत्रालय
आंध्र प्रदेश
असम
छत्तीसगढ़
गोवा
गुजरात
हिमाचल प्रदेश
जम्मू और कश्मीर
कर्नाटक
मध्यप्रदेश
मेघालय
ओडिशा
पंजाब
राजस्थान
तमिलनाडु
तेलंगाना
उत्तर प्रदेश
विशेषज्ञ समिति अपनी सिफारिश रक्षा मंत्रालय को सौंपती है
इस साल होने वाली परेड में कुल 22 झांकियां दिखाई जाएंगी. इसमें 16 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेश की और 6 केंद्रीय मंत्रालयों की तरफ से होंगी. रक्षा मंत्रालय के पास परेड के लिए कुल 56 झांकियों का प्रपोजल आया था परेड के लिए राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों, केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों से प्रस्ताव आमंत्रित किए जाते हैं।
झांकियों का चयन एक विशेष समिति द्वारा किया जाता है, जिसमें कला, संस्कृति, चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, वास्तुकला और नृत्यकला से संबंधित लोग शामिल होते हैं। यह समिति प्रस्तावों पर विचार कर अपनी सिफारिशों को रक्षा मंत्रालय को सौंपती है। समय की बाध्यता को देखते हुए सीमित संख्या में ही झांकियों का चयन होता है।
पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के बाद बिहार की भी झांकी देखने को नहीं मिलेगी. सूत्रों के मुताबिक, बिहार की 'जल, जीवन और हरियाली' थीम पर अनुमति नहीं मिली. झांकी के लिए तय मानकों में बिहार की झांकी जगह नहीं बना पाई।
पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी को लेकर लगातार टकराव हो रहा है। माना जा रहा है कि गणतंत्र दिवस परेड में बंगाल की झांकी को शामिल ना किए जाने से दोनों सरकारों के बीच टकराव बढ़ सकता है। 2018 में भी बंगाल की झांकी परेड में शामिल नहीं की गई थी और उसके प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था।