एयर स्ट्राइक को लेकर इंडियन एक्सप्रेस का बड़ा खुलासा, पढ़िए- पूरी रिपोर्ट

सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर छापी है कि जैश के मदरसे की 4 इमारतें मिराज 2000 के हमले का निशाना बनी थीं।

Update: 2019-03-02 05:37 GMT

नई दिल्ली : पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर इंडियर एयर फोर्स की एयर स्ट्राइक पर इंडियन एक्सप्रेस अखबार ने बड़ा खुलासा किया है। अखबार ने सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर छापी है कि जैश के मदरसे की 4 इमारतें मिराज 2000 के हमले का निशाना बनी थीं। हमले के वक्त रडार से ली गईं तस्वीरों से सरकारी सूत्रों ने ये दावा किया है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि 5 बमों से इमारतों को निशाना बनाया गया, हालांकि आतंकियों की मौत का सही आकलन संभव नहीं है। सरकारी सूत्रों का दावा है कि एयर स्ट्राइक से जुड़ीं SAR इमेज से तस्वीर साफ हो जाएगी। अब ये सरकार को तय करना है कि इन तस्वीरों को सार्वजनिक किया जाए या नहीं। हालांकि सूत्रों ने ये भी कहा कि आसमान में घने बादल होने के कारण तस्वीरें साफ नहीं आई हैं।

आपको बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान में घुसकर उसके आतंकी कैंपों पर हमला किया था। भारतीय वायुसेना के हवाई हमले में बालाकोट में जैश के आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया था। एक आंकड़े के मुताबिक भारतीय वायु सेना के इस कार्रवाई में 200 से 300 जैश के आतंकवादी मारे गए थे। इसमें जैश सरगना मसूद अज़हर का बहनोई यूसुफ अज़हर भी मारा गया है जो इस कैंप को चला रहा था।

जानकारी के मुताबिक वायुसेना ने हमले में लेज़र गाइडेड बम का इस्तेमाल किया था। बालाकोट पर इंडियन एयर फोर्स मिराज से अटैकिंग समय महज डेढ़ मिनट का था और पूरी करवाई 21 मिनट का। इसमें विमानों का आना जाना शामिल है। भारतीय वायुसेना को इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने में 12 मिराज फाइटर जेट का सहारा लेना पड़ा। इतना ही नहीं, करीब 1000 किलो बम भी बरसाए गए। भारतीय वायुसेना के इस कार्रवाई का सभी राजनीतिक पार्टियों ने स्वागत किया है और सेना को बधाई दी।

आपको बता दें कि बालाकोट वह जगह है जहां जब मुगल और अफगानियों ने भारत पर हमला किया था तो यही बेस बनाया था। बीच में जंगल है और चारों ओर खड़े पत्थरों का पहाड़ है। वायु सेना ने पक्की खुफिया जानकारी के आधार पर ये कार्रवाई की थी। गौरतलब है कि बालाकोट खैबर पख्तून का इलाका है. यह जगह एलओसी से हवाई सीमा करीब 60 किलोमीटर दूर है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद लॉन्चिंग पैड से आतंकी पीछे आ गए थे।


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