तहसीन पूनावाला ने साध्वी प्रज्ञा की उम्मीदवारी के खिलाफ चुनाव आयोग में दी अर्जी
तहसीन ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल का उदाहरण देते हुए कहा कि दंगा भड़काने के आरोप में हार्दिक पटेल चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं
तहसीन ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल का उदाहरण देते हुए कहा कि दंगा भड़काने के आरोप में हार्दिक पटेल चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं. उसी तरह से प्रज्ञा का चुनाव लड़ना भी उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मामले में दो मानक नहीं होने चाहिए.
तहसीन ने कहा कि मैं किसी भी राजनीतिक पार्टी से नहीं हूं लेकिन प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी को निरस्त करने की मांग करता हूं.
उन्होंने चुनाव आयोग को बकायदा एक पत्र लिखकर इस मामले में संज्ञान लेने को कहा है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि इस पत्र को मेरी ओर से शिकायत पत्र माना जाए. मैं चुनाव आयोग का ध्यान इस ओर खींचना चाहता हूं कि 17 अप्रैल 2019 को भारतीय जनता पार्टी ने भोपाल संसदीय क्षेत्र से मालेगांव ब्लास्ट के मुख्य आरोपियों में से एक प्रज्ञा सिंह ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है.
मालेगांव बम ब्लास्ट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह बताना जरूरी है कि महाराष्ट्र की एंटी टेररिज्म स्क्वाड(एटीएस) ने 29 सितंबर 2008 को हुए मालेगांव ब्लास्ट में साध्वी प्रज्ञा को मुख्य षड्यंत्रकारी माना है. इस ब्लास्ट में 6 लोगों की मौत हो गई थी वहीं 101 लोग घायल हो गए थे.
तहसीन ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा पर गंभीर आरोप हैं. और ऐसे में बीजेपी ने उन्हें टिकट दे दिया है. उन्होंने चुनाव आयोग से साध्वी प्रज्ञा की उम्मीदवारी को निरस्त करने की अपील की है.
BJP ने बुधवार को भोपाल से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ मालेगांव बम ब्लास्ट में जेल जा चुकी साध्वी प्रज्ञा को टिकट दिया गया है. दिग्विजय सिंह उन नेताओं में शामिल हैं जो प्रज्ञा को घेरने के लिए हिन्दू आतंकवाद जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया करते थे.