विंग कमांडर अभिनंदन भारत आ गए। बेहद ख़ुशी की बात है। कई लोग उनके वीडियो को शेयर किए जा रहे हैं। यह दिखाने के लिए अभिनंदन ने भारतीय मीडिया के बारे में कुछ कहा है। हमें यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि अभिनंदन से ये बातें कहलवाई गईं हैं। जब उन्होंने कहा तब वे पाकिस्तान के क़ब्ज़े में थे। ऐसा वीडियो बनवा कर पाकिस्तान ने सही नहीं किया और आप भी इसे शेयर कर बेवजह उसके प्रोपेगैंडा का शिकार न हों। क्या विंग कमांडर वहाँ न्यूज चैनल देख रहे थे?
उन्हें कैसे पता कि भारतीय मीडिया में क्या बताया जा रहा है और पाकिस्तानी मीडिया में क्या बताया जा रहा है। इसलिए व्हाट्स एप पर पाकिस्तान के भेजे गए इस प्रोपेगैंडा को प्रचारित न करें। देखें ज़रूर कि कैसे प्रोपेगैंडा होता है। लेकिन उसे लेकर अपनी किसी ललक को शांत न करें। बाकी मीडिया के बारे में जो बातें हैं वो सही हैं लेकिन वो दोनों मुल्कों के मीडिया के लिए सही है। मगर पाकिस्तान के इस प्रोपेगैंडा वीडियो को आप मीडिया पर की गई टिप्पणी के लिए न देखें बल्कि दोनों देशों के बीच अहं की लड़ाई के संकेत के रूप में देखें।
आपको याद है नेपाल भूकंप के वक़्त भारत ने काफ़ी मदद की थी। भारत के मीडिया में इतनी वाहवाही होने लगी कि अति पार हो गई। उससे वहाँ के लोग भड़क उठे और भारतीय मीडिया के बहिष्कार की बात करने लगे। मीडिया ने पतन का प्रमाण तो दिया है लेकिन ये बात पाकिस्तान ने अपने कब्ज़े में सैनिक से कहलवाकर ठीक नहीं किया है। एक अच्छी परंपरा को बनाने का मौक़ा गँवा दिया। कोई भी देश ऐसा ही करता लेकिन तब तो ऐसे के जवाब में वैसा ही होता रहेगा। यह ख़त्म कब होगा।