नितिन गडकरी का बड़ा बयान, पाकिस्तान को मिलने वाले पानी को रोकेंगे

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख दिखाते हुए कहा है कि अब तक सिंधु जल समझौते के बावजूद भारत के कोटे का जो पानी पाकिस्तान में जाता था, उसे अब यमुना नदी में प्रवाहित किया जाएगा।

Update: 2019-02-21 13:36 GMT

नई दिल्ली : केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पाकिस्तान को लेकर बड़ी बात कही है। गडकरी ने कहा कि भारत के अधिकार वाली तीनों नदियों का पानी अब पाकिस्तान नहीं जाने दिया जाएगा। गडकरी ने ट्वीट किया है कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने पाकिस्तान को जाने वाली नदियों का पानी रोकने का फैसला किया है। गडकरी ने लिखा है कि तीन प्रोजेक्ट तैयार कर इस पानी को यमुना तक लाएंगे। इटावा, दिल्ली और आगरा तक जलमार्ग की डीपीआर तैयार हो चुकी है। बागपत में रिवर पोर्ट बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान फसल चक्र बदलें और चीनी मिले गन्ने के रस से एथनॉल बनाए तो रोजगार और आमदनी बढ़ेगी।

नितिन गडकरी का बड़ा बयान,  पाकिस्तान को मिलने वाले पानी को रोकेंगे

बालैनी स्थित श्रीकृष्ण इंटर कॉलेज में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह ने मेरठ बाईपास से हरियाणा बॉर्डर तक डबल लेन हाईवे और बागपत में यमुना के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया। इस दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि सड़कों के साथ-साथ जलमार्ग पर सरकार काम कर रही है। भारत के अधिकार वाली तीनों नदियों का पानी यमुना में लाया जाएगा। हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोग दिल्ली से आगरा जलमार्ग से जा सकेंगे।

इसके बाद रिवर पोर्ट भी बागपत में यमुना किनारे बनाए जाने की तैयारी है। पोर्ट से चीनी बांग्लादेश और म्यांमार तक भेजी जाएगी, इसमें खर्च कम होगा। प्रयागराज से वाराणसी तक जलमार्ग तैयार है, जल्द ही इसमें रिवर बोट चलेगी। एक बोट में 14 लोग बैठे सकेंगे। गंगा के साथ यमुना, हिंडन, काली समेत अन्य नदियों और नालों के पानी को नमामि गंगे योजना से साफ किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जितनी चीनी तैयार की जाएगी, उससे परेशानी बढ़ेगी। गन्ने के रस से चीनी के बजाए सीधे एथेनॉल बनाना जाए। जो चीनी मिल एथेनॉल नहीं बनाएगी, उसे नुकसान होगा। कटाक्ष किया कि चीनी बनाओगे तो गड्ढे में जाओगे, क्योंकि चीनी का भाव ब्राजील में तय होता है। किसानों से फसल चक्र में बदलाव का आह्वान किया।

गडकरी ने कहा कि पानी की कमी न रहे इसलिए भारत के अधिकार वाली तीनों नदियों का पानी जो पाकिस्तान जाता है, उसे मोड़कर यमुना में लाया जाएगा। हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोग दिल्ली से आगरा जलमार्ग से जा सकेंगे। इसीलिए बागपत में यमुना किनारे रिवर पोर्ट भी तैयार कराया जाएगा। पोर्ट से चीनी बांग्लादेश और म्यांमार तक भेजी जाएगी, इसमें खर्च कम होगा।

केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने भारत के अधिकार वाली तीनों नदियों का पानी तीन प्रोजेक्ट तैयार कर यमुना में लाने की बात कही है। मगर इस घोषणा पर सवाल खड़े हो रहे है। इसके लिए विश्व बैंक की मध्यस्तता में हुआ सिंधु जल समझौता इस राह में बड़ी बाधा है। पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान को जाने वाला पानी रोकने की मांग उठ रही है, लेकिन अभी तक इसे रोका नहीं गया है। पहले हुए भारत पाक युद्धों के दौरान भी यह समझौता प्रभावी रहा था।

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