विदेशी मीडिया क्यों पड़ी है एयर स्ट्राइक के पीछे, रायटर्स ने पेश किया ये सबूत
पाकिस्तान के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की ओर से किए गए हवाई हमले में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर को ध्वस्त करने का दावा किया जा रहा है। इस बीच रॉयटर्स में छपी खबर के मुताबिक, बालाकोट में जिस जगह पर हवाई हमला हुआ, वहां अभी भी जैश का मदरसा जस का तस बना हुआ है। अब विपक्ष को एक बार फिर से सबूत मांगने का मौका हाथ लगते दिख रहा है।
सैन फ्रांसिस्को स्थित एक निजी सैटेलाइट से ली गई यह तस्वीर चार मार्च की है। इन तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि बालाकोट में अभी भी जैश के 6 मदरसे बने हुए हैं। ये तस्वीर भारत की ओर से की गई एयर स्ट्राइक के छह दिन बाद जारी की गई है। अब तक हमले वाली जगह की साफ तस्वीरें सार्वजनिक नहीं हुई थीं, लेकिन प्लैनेट लैब्स की ओर से जारी ये तस्वीरें काफी साफ हैं।
रॉयटर्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, तस्वीरों में बालाकोट में बने जैश के मदरसों को किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। मदरसों की दीवारों को भी किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ है और उसके आसपास के पेड़ भी हरे-भरे दिखाई दे रहे हैं।
बता दें कि इस पूरे एयर स्ट्राइक मामले में पूरी भारतीय मीडिया मोदी सरकार के पक्ष में दिखाई दे रही है उतनी है अंतर्राष्ट्रीय मिडिया उन खबरों को रोज नकारती नजर आ रही है। इस पर बड़ा संदेह का पेड़ खड़ा होता नजर आ रहा है। जिस बात पर रात को चर्चा होती है उसकी काट सवेरे अखबार में छपी होती है क्यों?
वहीं पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह ने आज फिर कहा कि सेना ने आपना काम कार दिया है अब लाश गिनने का काम जिसका है वो पूरा करे, साथ ही अगर रात में मच्छर लग रहे हो तो आप कोई कीट नाशक छिडककर क्या मरने वाले मच्छरों की संखया गिनते हो।
वीके सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, 'अगली बार जब भारत कुछ करे तो मुझे लगता है कि विपक्षी जो ये प्रश्न उठाते हैं, उनको हवाई जहाज के नीचे बांधकर ले जाएं, जब बम चले तो वहां से देख लें टार्गेट, उसके बाद उनको वहीं पर उतार दें, उसके बाद वे संख्या गिन लें और वापस आ जाएं।