सर्दी का मौसम हो या बारिश का जुकाम और खांसी होना सामान्य बात है। मौसम ठंडा होने के कारण नमी होती है और संक्रमण फैलने का खतरा भी उतना ही होता है। अगर आप इस मौसम में जरा सी सावधानी न बरती तो आपको भी यह समस्या हो सकती है। ऐसे में अगर आप खांसी या दमा से परेशान है तो आपके लिए अलसी की चाय काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। जी हाँ, चौक गए न कि अलसी की चाय भी बन सकती है।
जानिए कैसे बनती है अलसी की यह चाय और कैसे पीना है इस चाय को।
अलसी की चाय बनने की सामग्री
1. दो कप पानी
2. एक चम्मच अलसी पाउडर
3. स्वादानुसार शहद या फिर गुड
अलसी की चाय बनाने के लिए आपको इसके पाउडर या फिर पीसी हुई अलसी का इस्तेमाल करना होगा। सबसे पहले एक पैन में पानी रखे और उसे गैस में उबालने के लिए रख दे। इसके बाद इसमें अलसी का पाउडर डालें और धीमी आंच में पकाए। जब तक कि पानी एक कप न रह जाए। इसके बाद इसे गैंस से उतारकर थोडा ठंडा करें और फिर इसमें अपने अनुसार शहद या गुड मिलाकर हल्का गुनगुना धीरे-धीरे पीएं।
अलसी में विटामिन बी एवं कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, लोहा, जिंक, पोटेशियम आदि खनिज लवण होते हैं। अलसी में ओमेगा-3 और ओमेगा-6 नाम के अम्ल होते हैं। अलसी में पाए जाने वाले तत्व कैंसररोधी हार्मोन्स को प्रभावी बनाते हैं, विशेषकर पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर व महिलाओं में स्तन कैंसर की रोकथाम में अलसी का सेवन कारगर है। आयुर्वेद के अनुसार अलसी के बीज वात, पित्त और कफ को संतुलित करते हैं। सर्दी, खाँसी, जुकाम, दमा आदि में अलसी की चाय बनाकर दिन में दो-तीन बार सेवन की जा सकती है। इससे आपकी सर्दी-जुकाम गायब हो जाएगी।
किसी भी अन्य खाद्य पदार्थ की तरह अलसी का अधिक सेवन भी आपके स्वास्थ्य के लिए बुरा हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, नियमित रूप से अलसी के केवल दो चम्मच का ही सेवन करना चाहिए। यानी इसकी लगभग 30 से 60 ग्राम मात्रा तक प्रतिदिन ली जा सकती है।