मधुबनी: बिहार के मधुबनी में पुलिस के कारनामों का एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने छेडख़ानी मामले में पांच साल के एक बच्चे पर न केवल एफआईआर दर्ज की बल्कि उसपर चार्जशीट भी कर दिया। कोर्ट के समन पर जब आरोपित बच्चे को लेकर उसके पिता झंझारपुर न्यायालय पहुंचे तो जज हैरान रह गये।
मंगलवार को पुलिस और हेडमास्टर के जवाब ने मधुबनी पुलिस की कार्यशैली पर ही सवाल खड़े कर दिए। रिपोर्ट में बच्चे की वर्तमान उम्र सात साल और घटना के समय पांच साल बतायी गयी है। क्योंकि समान्य नियम है कि सात साल से कम उम्र के बच्चे द्वारा किया गया अपराध दंडनीय नहीं होता।
दरअसल, लौकही पुलिस ने 19 मई, 2014 को झिटकी गांव के रामेश्वर यादव के बयान पर बगलगीर पवन यादव समेत पांच लोगों पर मारपीट व महिला के साथ छेड़खानी की एफआइआर दर्ज की थी। इसमें पांच साल का एक बच्चा भी आराेपित था। जांच और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के पर्यवेक्षण में भी पांचों आराेपित दोषी करार दिये गये। मामले में 14 जुलाई 2014 को पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल कर दी थी।