मथुरा: जवाहर बाग में जांच टीम को सर्च ऑपरेशन में भारी मात्रा में विस्फोटक मिलने के दौरान लॉन्चर भी बरामद हुआ। बताया जा रहा है कि ये लॉन्चर 'मेड इन अमेरिका' है। 'मेड इन अमेरिका' लिखे इस लॉन्चर पर jeffersonoh1044047 नंबर भी लिखा है। वहीं इस मामले के सामने आने के बाद सवाल खड़ा होता है की क्या राम वृक्ष यादव के पास मेड इन अमेरिका के भी हथियार थे। आखिर इतने घातक हथियार इसके पास आए कहां से।
जवाहर बाग में लॉन्चर बरामद होने के बाद बीडीएस टीम के प्रभारी राम पाल सिंह ने थाना सदर बाजार में मुकद्दमा अपराध संख्या 297 /16 पर विस्फोटक अधिनियम की धारा 3/ 5 में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करा दिया। इस मामले में मथुरा के एसएसपी बबलू कुमार का कहना था की उसको पहचान कराई जा रही है की ये कौन सा हथियार है।
मथुरा हिंसा के मास्टरमाइंड रामवृक्ष यादव को लेकर हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। खबरों की मानें तो अगर और दो महीने तक रामवृक्ष के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई नहीं होती तो उसकी संस्था को जवाहरबाग की 280 एकड़ जमीन कौड़ियों के भाव 99 साल के लिए लीज पर मिलने वाली थी।
इसके अलावा रामवृक्ष यादव के वकील ने दावा किया कि जवाहर बाग के दौरान हुई हिंसा में राम वृक्ष यादव की मौत नहीं हुई थी। शशिकांत ने दावा किया है कि रामवृक्ष कि बेटी का दुबारा फोन ना आना रामवृक्ष के ज़िंदा होने का संकेत है । रामवृक्ष यादव हिंसा के दौरान सिर्फ घायल हुआ था, जिसे कई लोगों के द्वारा हिंसा के वक्त पुलिस लाइन की तरफ से भागते देखा गया। जबकि पुलिस का दावा है कि जवाहर बाग में भड़की हिंसा में रामवृक्ष की मौत हो गई है।
मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस प्रकरण की न्यायिक जांच कराने के आदेश दे दिए। राज्य सरकार ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति मिर्जा इम्तियाज मुर्तजा की अध्यक्षता में एकल सदस्यीय जांच आयोग गठित किया है। आयोग का मुख्यालय लखनऊ में होगा और इसे दो माह के भीतर अपनी जांच पूरी कर शासन को रपट सौंपनी है।