मथुरा: जवाहर बाग में कब्जा हटाने की कोशिश में एसपी मुकुल द्विवेदी मारे गए थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि द्विवेदी की मौत गोली लगने से नहीं, लाठी से पीटे जाने के चलते हुई थी। एसपी के सिर की कई हड्डियां टूट गई थीं। वहीं, एसओ संतोष यादव की मौत गोली लगने से हुई।
बता दें कि गुरुवार को मथुरा में सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने पहुंची पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला बोल दिया था। इसमें एक एसपी और एक एसओ समेत 24 लोगों की मौत हो गई थी। ऑपरेशन होने के वक्त एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और उनकी टीम ने जवाहरबाग की दीवार गिरा दी थी।
इसके बाद पेड़ पर चढ़े अवैध कब्जाधारकों ने जबरदस्त फायरिंग शुरू कर दी थी। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और एसओ संतोष यादव की आंख से होती हुई गोली सिर के पार हो गई। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
पुलिसकर्मी एसओ को उठाकर जैसे ही पीछे हटे, वहां बड़ी संख्या में हमलावर दौड़ते हुए आ गए। इसके बाद उन लोगों ने एसपी द्विवेदी को लाठी से पीटना शुरू कर दिया था। 15 मिनट तक एसपी की जबरदस्त पिटाई हुई। ज्यादातर डंडे सिर पर मारे गए, जिससे वह बेहोश हो गए। इसके बाद एसपी सिटी को उठाकर नयति हॉस्पिटल ले जाया गया।
उधर, पुलिसकर्मियों को गोली चलाने का ऑर्डर नहीं मिला था। दूसरी तरफ से हो रही फायरिंग के कारण वे आगे नहीं बढ़ पा रहे थे। इसके बाद अफसरों ने पुलिसकर्मियों को फायरिंग का ऑर्डर दिया। जब पुलिस ने फायरिंग की तो हमलावर पीछे हटे।
SSP ने मामले की जांच CO सिटी को सौंपी,CO भगोड़े पुलिस कर्मियों की करेंगे पहचान,SP सिटी को 8 पुलिस कर्मी छोड़कर भागे थे।