माता-पिता ने दी 8 महीने की बच्ची के लिए इच्छा मृत्यु की अर्जी, पढ़े क्यों
आंध्र प्रदेश : चित्तूर के कृषि मजदूर रमप्पा और सरस्वती ने अदालत में आठ माह की बच्ची के लिए इच्छा मृत्यु की अर्जी दी थी। मांग करने वाला माता-पिता की मदद करने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार आगे आई है। बच्ची दुर्लभ लीवर की बीमारी से परेशान है और उसके इलाज का खर्च उठाने में माता-पिता असमर्थ हैं।
रमप्पा और सरस्वती ने कहा कि वे अपनी बेटी के दर्द को नहीं देख सकते हैं। मगर, उसके इलाज का खर्च उठाने के लिए भी उनके पास पैसे नहीं हैं। ऐसे में पैसिव एनेस्थीसिया के जरिये उसे इच्छा मृत्यु देने की अनुमति दी जाए। उन्होंने बताया कि बच्ची का पांच महीने से बेंगलुरु में इलाज चल रहा है और उसका एक ऑपरेशन भी हो चुका है, लेकिन सब व्यर्थ गया है।
राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले को मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के सामने उठाया। उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष से बच्ची की मदद करने की घोषणा की। इसके बाद बच्ची को लीवर स्पेशलिस्ट मोहम्मद रेला के पास ले जाया गया। उन्होंने बताया कि बच्ची को तत्काल लीवर ट्रांसप्लांट करने की जरूरत है।
बताया जा रहा है कि इसमें करीब 50 लाख रुपए का खर्च आएगा। रमनप्पा कहते हैं वे दोस्तों और रिश्तेदारों से कर्ज ले चुके हैं, लेकिन बच्ची फिर भी ठीक नहीं हुई। अब वह और पैसों की व्यवस्था नहीं कर सकते हैं, लेकिन बच्ची को दर्द में तड़पता हुआ भी नहीं देख सकते हैं।