पीएम मोदी जब भाजपा सांसदों को संयम बरतने की नसीहत दे रहे हैं, वहीं बाराबंकी की भाजपा सांसद प्रियंका रावत बाराबंकी एएसपी से अभद्र भाषा में बात करते हुए धमकी देती नजर आईं. महिला सांसद होते हुए भी अपशब्दों का प्रयोग किया गया.
रावत ने एएसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह पर हत्या के आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार में बहुत मलाई खाई है. सब निकलवा लूंगी, खाल भी खिंचवा लूंगी.. एसपी वैभव कृष्ण ने कहा कि पुलिस इस मामले में केस दर्ज करने की तैयारी कर रही है.
प्रियंका रावत बुधवार को बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस में अचानक भड़क गईं. एसएसपी पर आरोप लगाया कि वे हत्या के एक मामले में आरोपियों को कई दिन से हिरासत में रखे हुए हैं लेकिन जेल नहीं भेज रहे. उन्होंने मीडिया के सामने ही एएसपी की खाल खिंचवाने की धमकी दी और आरोप लगाया कि एएसपी ने पिछली सरकार में खूब मनमानी की और जमकर प्रॉपर्टी डीलिंग की. क्या है मामलारामनगर थाना क्षेत्र के सीहामऊ गांव में सुधीर दीक्षित की हत्या हो गई थी.
रावत का कहना है कि सीहामऊ के प्रधान संतोष दीक्षित को पुलिस हत्या में शामिल होने के आरोप के बाद भी बचाने में जुटी है. रावत ने कहा कि उन्होंने दोपहर में एएसपी को फोन पर पूछा कि आरोपी संतोष दीक्षित समेत सभी को जेल क्यों नहीं भेजा जा रहा है तो उन्होंने गंदी भाषा का प्रयोग किया. हमने इसकी शिकायत एसपी से भी की. उनसे मिलने जा रही थी तो पता चला कि रामनगर भाग गए हैं. मैं किसी से गलत बात नहीं करती, मैंने यह कहा कि जनता का सौ प्रतिशत नहीं दे सकती तो उसे मेरी खाल निकालने का अधिकार है.