कासगंज में भीषण गर्मी के बाद भी गंगा दशहरा पर्व पर रविवार को धूमधाम के साथ मनाया गया। इस मौके पर जनपद के प्रमुख गंगा घाटों पर आस्था का सैलाव उमड़ पड़ा।लाखों श्रद्धालुओं ने जिला प्रशासन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गंगा घाटों पर स्नान किया और पूजन अर्चन कर साधु संतो को दान पुण्य किया।
आपकों बतादें कि ज्येष्ठ मास की अमावस्या के बाद दसवीं को हर वर्ष दशहरा पर्व मनाया जाता है, इस दिन वैसे तो तमाम धार्मिक अनुष्ठान, दान पुण्य किए जाते हैं, लेकिन गंगा स्नान का भी विशेष महत्व है। रविवार को भी यह गंगा दशहरा पर्व रहा, इस दिन गंगा स्नान करने को जनपद के कछला, लहरा, हरि की पैडी, समेत अन्य प्रमुख गंगा घाटों पर श्रद्धालु जुटे और ब्रहम मर्हुरत के साथ गंगा में डुबकी लगाकर पूजा अर्चना कर दान पुण्य कमाया और बच्चों का मुंडन संस्कार भी कराया।
मान्यता है कि दशहरा पर्व पर स्नान करने से गंगा मैया समस्त पापों से मुक्त करती है। यहीं कारण है आज गंगा घाटों पर श्रद्धालुओ की भीड़ उमड़ रही है। यह तस्वीर सोरों हरपदीय गंगा की है। यहां राजस्थान, मध्यप्रदेश के अलावा आस पास प्रांतो के स्नान के लिए श्रद्धालु जुटे हुए हैं।
वहीं आस्थानवादियों ने दशहरा पर्व भंडारों को आयोजन लोगों को प्रसाद ग्रहण कराया।इस मौके पर गंगा मैया पुजारी कालीचरन से वार्ता की गई उन्होंने दशहरा पर्व का महत्व बताया।
सोरों हरपदीय गंगा में स्नान करने का महत्व ही नहीं, बल्कि इस पवित्र मैया के कुंड में आस्थियां विसर्जन की जाती हैं, जोकि मात्र 72 घंटो में पानी में घुल मिल जाती है।यहां अपने अपने मृतक पूवर्जो की आस्थियां विसर्जन करने के लिए भी दिल्ली, हरियाण, राजस्थान से श्रद्धालु आते हैं।
रिपोर्ट : अतुल यादव