पीलीभीत : सरकारी डॉक्टर ने गरीब महिला का इलाज करने से कर दिया मना
योगी जी, पीलीभीत के अपने सरकारी मुलाजिम डॉक्टर की यह करतूत तो देखिए..
पीलीभीत के सरकारी जिला अस्पताल की एक ऐसी करतूत सामने आई है जिससे मानवता शर्मशार हो जाए। यहां वर्षों से तैनात एक डाक्टर ने गरीब महिला का इलाज करने से मना कर दिया। डाक्टर ने ना ही जिलाधिकारी, ना सीएमंओ ना सीएसएम के आदेश माने उलटा महिला को फटकारने लगे। लेकिन डाक्टर साहब को यह नहीं पता था कि उनकी यह करतूत कैमरे में कैद हे रही है। महिला रोई गिडगिडायी लेकिन सरकारी डाक्टर का दिल नहीं पसीजा कहा कि लाखों डाक्टर है किसी और से अपना इलाज कराओ। जनाब है तो जनता के सेवक लेकिन बन गये है भक्षक। योगी जी पीलीभीत के अपने सरकारी मुलाजिम डाक्टर की यह करतूत तो देखिये।
पीलीभीत के जिला अस्पताल में आज एक महिला तीन दिन बाद डाक्टर को दिखाने आई महिला न्यूरिया की रहने वाली थी और उसने जिलाधिकारी पीलीभीत शीतल वर्मा से अपने इलाज के लिये गुजारिश की थी। बीती 12 जून को महिला सावित्री देवी ने जिलाधिकारी को दिये गये पत्र में बताया कि उसका पति उसका ध्यान नहीं रखता उसके दो बच्चे हैं वो भी विकलांग है पति ध्यान नहीं रखता जिसके बाद जिलाधिकारी पीलीभीत ने 12 जून को सीएमओ पीलीभीत को आदेश दिया कि सीएमओ इसे देखे सीएमओ ओ.पी. सिंह ने 13 जून को उसी आदेश पर पत्र में लिख दिया कि सीएमएस जिला अस्पताल को लिख दिया कि जाॅच कर चिकित्सा उपचार करें।
लेकिन जब महिला जिला अस्पताल पहुॅची तो सीएमएस ने उसे ओपीडी में मौजूद चिकित्सक डा0 सी. बी. चैरसिया के पास भेज दिया। महिला जब डा. के पास पहुॅची तो डाक्टर के बोल जो थे वो चैकाने वाले थे। डाक्टर अपनी ली गयी शपथ को भूलते हुये यह भी कि वो सरकारी डाक्टर है कहने लगे कि तुम्हे तो मैं देखुगाॅ ही नहीं तुमने तमाशा बना रखा है। तुम्हारी जगह कोई आदमी होता तो मारता भी।
तुम औरत हो, लाखों डाक्टर है किसी से भी इलाज कराओ लेकिन मैं नहीं करूॅगा। इसके बाद महिला अस्पताल में रोई गिडगिडाई लेकिन उसकी एक ना सुनी गयी। अब जब सरकारी डाक्टर ही यह काम करेगें तो निजी डाक्टरों के बारे में कहना ही क्या है। योगी जी जरा इन स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं पर भी ध्यान दें।
रिपोर्ट : फैसल मलिक