सपा विधायक की विधान सभा सदस्यता हाईकोर्ट ने की रद्द, सपा को लगा बड़ा झटका बीजेपी की जीत

Update: 2016-08-09 10:02 GMT

प्रतापगढ़ रोहित जायसवाल

वर्ष 2012 में जहां सूबे में सपा की आंधी में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी, वहीं पट्टी विधान सभा से कई बार भाजपा से विधायक रहे राजेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ़ मोती सिंह महज 156 मतों से सपा के उम्मीदवार राम सिंह से हार गए थे. मतगणना के दौरान पट्टी विधानसभा की मतगणना पंडाल में बवाल भी हुआ था जिसमें कवरेज करने गए दो दर्जन पत्रकारों को भी पुलिस की लाठियों का शिकार होना पड़ा था.

निवर्तमान विधायक के एजेंटों का तर्क था कि ईवीएम के अतिरिक्त लिफ़ाफ़े में हुए मतदान की पुनः गिनती कराई जाए. परन्तु सपा के पक्ष में पूर्ण बहुमत आता देख अधिकारियों ने हाथ खड़े कर दिए थे. जिसे भाजपा उम्मीदवार राजेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ़ मोती सिंह ने माननीय हाईकोर्ट में चुनौती दी थी जिसमें आज फैसला सुनाया गया.

आज अदालत का ऐतिहासिक फैसला आया. हलांकि ऐसे प्रकरणों की सुनवाई कम से कम समय में करके फैसला सुनाना चाहिए. ताकि गलत ब्यक्ति उसका दुरूपयोग न कर सके. अब तो महज 4 माह चुनाव में शेष बचे हैं. फिलहाल सपा को ये तगड़ा झटका लगा.

इससे पहले माननीय लोकायुक्त की जांच के आधार पर महामहिम राज्यपाल महोदय ने बसपा के उमा शंकर सिंह और भाजपा के बजरंग बहादुर सिंह की सदयस्ता को समाप्त कर दिया था. वहां तो उप चुनाव भी हो गए. भाजपा के वरिष्ठ नेता मा. मोती सिंह के पक्ष में निर्णय आने पर भाजपा के कार्यकर्ता और उनके फालोवर गदगद हैं.

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