भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की "स्वच्छता अभियान" पर की गई टिप्पणी पर असदुद्दीन ओवैसी ने किया पलटवार

पीएम मोदी ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को की थी, इसके लिए देश भर में कई करोड़ शौचालय बनाया गया है, ताकि लोगों को शौच के लिए खुले में न जाना पड़े।

Update: 2019-07-22 07:47 GMT

नई दिल्ली । भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर की टिप्पणी 'स्वच्छ शौचालयों के लिए निर्वाचित नहीं' इसपर असदुद्दीन ओवैसी ने आज पलटवार करते हुए कहा कि बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हैं, न ही मैं इस अप्रिय बयान से हैरान हूं; वह ऐसा कहती है क्योंकि यह उसकी विचार प्रक्रिया है। सांसद भारत में हो रहे जाति और वर्ग के भेदभाव को मानता है। वह भी स्पष्ट रूप से बताती हैं कि जाति ने जिस तरह का काम परिभाषित किया है, उसे जारी रखना चाहिए। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। साथ ही, उसने पीएम के कार्यक्रम का खुलकर विरोध किया है।

बतादें कि भोपाल में 21 जुलाई को बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने एक मीटिंग को संबोधिक कर रही थी. इस दौरान उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या आपलोग ऐसा सांसद चाहते हैं जो नाली साफ करवाए, शौचालय साफ करवाए. नहीं न. आप इस तरह की सांसद तो बिल्कुल नहीं चाहेंगे न. उन्होंने कहा कि हम नाली साफ करवाने के लिए नहीं बने हैं, हम आपका शौचालय साफ करने के लिए बिल्कुल नहीं बनाए गए हैं, साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि हम जिस काम के लिए बनाए गए हैं, वो काम हम ईमानदारी से करेंगे।

एक तरफ पीएम मोदी पूरे देश में स्वच्छता अभियान चला रहे हैं. स्वच्छता अभियान पीएम मोदी के महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट में से एक है। अभी हाल ही में संसद भवन के बाहर कई सांसदों ने झाड़ू लगाकर सड़क को साफ किए थे. लेकिन साध्वी प्रज्ञा ठाकुर इस अभियान से इत्तेफाक नहीं रखती हैं. उन्हें ये अभियान रास नहीं आया. मोदी जी खुद स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने के लिए खुद झाड़ू उठाए थे।

पीएम मोदी ने इस अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 को की थी. इसके लिए देश भर में कई करोड़ शौचालय बनाया गया है. ताकि लोगों को शौच के लिए खुले में न जाना पड़े. अबतक कई जिला ओडीएफ मुक्त हो चुका है. महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर पूरे देश को स्वच्छ करना है. लेकिन साध्वी प्रज्ञा मोदी जी की इस मुहिम से खुश नहीं हैं और न ही इसमें योगदान देने को तैयार हैं।


Tags:    

Similar News