Budget 2020: निर्मला सीतारमण को क्यों याद आए राजीव गांधी
मोदी सरकार की डायरेक्ट टैक्स ट्रांसफर स्कीम का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने बिना नाम लिए पूर्व प्रधानमंत्री का जिक्र किया.
वित्त मंत्री निर्मला आज11 बजे संसद में देश का दूसरा आम बजट पेश करने पहुंची तो वो पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति भवन पहुंच गई हैं। बजट पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद ही इसे संसद में पेश किया जाता है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने यूं तो कई लोगों को याद किया, लेकिन बजट स्पीच में एक वक्त ऐसा भी आया, जब उन्होंने इशारों इशारों में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भी जिक्र किया. मोदी सरकार की डायरेक्ट टैक्स ट्रांसफर स्कीम का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने बिना नाम लिए पूर्व प्रधानमंत्री का जिक्र किया. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री कहा करते थे, जब गरीबों के लिए 1 रुपया भेजा जाता है, तो उन तक सिर्फ 15 पैसे पहुंचते हैं. लेकिन डायरेक्ट टैक्स ट्रांसफर स्कीम से हालात बदल गए हैं।
राजीव गांधी ने ये चर्चित बयान 1985 में ओडिशा के कालाहांडी में दिया था, उस समय वह भयानक सूखा झेल रहे कालाहांडी की यात्रा पर गए थे. उसके बाद उनका ये बयान कई नेता और रणनीतिकार दोहराते रहे. इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी इस बयान को तब दोहराया, जब वह आधार नंबर को पैन से जोड़ने के मामले में फैसला सुना रहा था.
राजीव गांधी के इस बयान का बीजेपी के कई लीडर मजाक उड़ा चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार इस बयान को दोहराया है. 2017 में हिमाचल प्रदेश में रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था, 'राजीव गांधी एक ऐसे डॉक्टर थे, जिन्होंने भ्रष्टाचार की समस्या की पहचान कर ली थी, लेकिन वह इस बारे में कुछ कर नहीं पाए.'
2014-15 में भारत का सोशल सर्विस (स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य) पर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा किए जाने वाला खर्च जीडीपी की तुलना में 6.2 से बढ़कर अब 7.7 हो गया है. इसका ज्यादातर हिस्सा डायरेक्ट ट्रांसफर स्कीम द्वारा भेजा जा रहा है।