फिर फिसली कांग्रेस अध्यक्ष की जुबान, पहले पीएम को लेकर दिया विवादित बयान
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे वैसे तो बयान बाजी में बहुत ही कम रुचि रखते हैं लेकिन जब वह बयान देते हैं उस समय कभी-कभी उनकी जुबान फिसल ही जाती है। पहले दो तीन बार इसी तरह की घटना के बाद हाल ही में एक नया मामला और सामने आया है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ पहले तो विवादित टिप्पणी कर दी लेकिन जब मामला बढ़ता दिखा तो उन्होंने क्षमा भी मांग ली।
नया मामला कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान का है जब , खड़गे पार्टी का चुनाव प्रचार करने के लिए कलबुर्गी में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पहले पीएम मोदी को अच्छा इंसान बताया और फिर अचानक प्रधानमंत्री मोदी को लेकर कहा कि मोदी जहरीले सांप की तरह हैं। खड़गे ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आप सोच सकते हैं कि यह जहर है या नहीं। यदि आप इसके संपर्क में आते हैं तो आपकी जान चली जाएगी। इस टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ गया जिसको लेकर कई केंद्रीय मंत्रियों और भाजपाई नेताओ ने खड़गे जवाबी पलटवार किया।
एक मंत्री ने तो कहा कि कांग्रेस ने खड़गे को पार्टी चीफ बनाया, लेकिन कोई भी उन्हें ऐसा नहीं मानता, इसलिए उन्होंने ऐसा बयान देने के बारे में सोचा, जो सोनिया गांधी की ओर से दिए गए बयान से भी बदतर हो। मामले में जब विवाद बढ़ता चला गया तो खड़गे ने ट्विटर के जरिए स्पष्टीकरण दिया और माफी भी मांगी। खड़गे ने कहा कि भाजपा की विचारधारा विभाजनकारी, वैमनस्यपूर्ण और गरीबों व दलितों के प्रति नफरत व पूर्वाग्रह से भरी है। मैंने इसी नफरत व द्वेष की राजनीति की चर्चा की। मेरा बयान न व्यक्तिगत तौर से प्रधानमंत्री मोदी जी के लिए था, ना किसी और व्यक्ति विशेष के लिए। प्रधानमंत्री मोदी के साथ हमारी लड़ाई निजी लड़ाई नहीं है। वैचारिक लड़ाई है।
दरअसल राजनीति में ऐसा ही होता है पहले नेता लोग जोश जोश में जो कुछ भी बोल दें और बढ़ने पर बेक फीट पर आ जाएं या फिर यह बयान देकर की मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर जनता के सामने पेश किया अपनी सच्चाई छुपाने का प्रयास करते हैं। कुल मिलाकर खड़के द्वारा खुद के बयान के बाद ही खेद व्यक्त करना और अपनी स्थिति स्पष्ट करना खड़गे की शालीनता और सहृदय होना दर्शाता है।