Live Updates: CAA के खिलाफ कांग्रेस का सत्याग्रह, आज जो नागरिकता पूछ रहे हैं वो कुर्बानी देने के समय कहां थे- आजाद

Update: 2019-12-23 10:30 GMT

नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून(CAA 2019) के खिलाफ सत्याग्रह के लिए दिल्ली पुलिस की इजाजत नहीं मिलने से कांग्रेस ने रविवार को जो कार्यक्रम रद्द किया था, वह अब सोमवार को हो रहा है। कांग्रेस पार्टी सरकार के इस कानून के खिलाफ हल्लाबोल करेगी. सोनिया, राहुल और प्रियंका समेत कांग्रेस आलाकमान आज राजघाट पर सत्याग्रह करेगा और सरकार का विरोध करेगा. इसके अलावा देश के कई हिस्सों में इसके खिलाफ प्रदर्शन जारी है।

कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि आज ऐसे लोग सत्ता में हैं जो आजादी की लड़ाई में कहीं भी नहीं थे. आज राष्ट्र, लोकतंत्र और संविधान खतरे में है और युवाओं ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है. इसके बाद उन्होंने संविधान की प्रस्तावना पढ़ी.

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने भी संविधान की प्रस्ताना पढ़ी. उनके बाद पूर्व स्पीकर मीरा कुमार ने भी संविधान की प्रस्तावना पढ़ी. उन्होंने कहा कि इस देश को आजाद कराने के लिए गरीबों और दलितों ने कुर्बानी दी थी. लेकिन उस समय किसी ने उनसे नागरिकता नहीं पूछी थी, आज ऐसा क्या हो गया है कि उनसे उनकी नागरिकता पूछी जा रही है. आज जो नागरिकता पूछ रहे हैं वो कुर्बानी देने के समय नदारद थे।

मीरा कुमार ने कहा कि संविधान को गांधी जी और नेहरू जी ने बनाया है. कांग्रेस की आत्मा ने बनाया है, हम इस पर आंच नहीं आने देंगे.

छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री टीएस सिंहदेव भी राजघाट पर आयोजित कांग्रेस के सत्याग्रह में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तरफ से मैं कहता हूं कि छत्तीसगढ़ में सीएए और एनआरसी लागू नहीं होगा। बॉक्सर और कांग्रेस नेता विजेन्द्र सिंह ने भी सत्याग्रह के मंच से संविधान की प्रस्तावना पढ़ी।

महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता बाला साहेब थोराट ने कहा महाराष्ट्र संतों की भूमि है, जहां शिवाजी से लेकर अंबेडकर तक महानायक हुए. महाराष्ट्र ने कभी धर्म के नाम पर बांटने का समर्थन नहीं किया और आज भी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ खड़ा है.

अशोक गहलोत ने कहा कि नागरिकता कानून के कारण लोकतंत्र खतरे में है. पीएम मोदी इसे लेकर गुमराह कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र का एजेंडा आरएसएस का एजेंडा है, वो देश को बांटना चाहते हैं. इस बीच हम उनसे मुकाबला करने को तैयार हैं. पूरा देश उनका मुकाबला करने को तैयार है. साथ ही राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रदेश में नागरिकता कानून लागू नहीं करेंगे. इसके बाद अशोक गहलोत ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया नागरिकता कानून एमपी में लागू नहीं होगा. कांग्रेस सरकार इसे लागू नहीं करेगी.

राजघाट पर सोनिया गांधी ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा. उनके बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा.

राजघाट पर प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के बाद सोनिया गांधी भी पहुंच चुकी हैं. उनके अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह कमलनाथ, एके एंटनी समेत कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद हैं. 

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बाद राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी राजघाट पहुंच गए हैं.

सत्याग्रह के लिए प्रियंका गांधी राजधाट पहुंच चुकी हैं, उनके साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद भी मौजूद हैं.

इसमें जनभागीदारी के लिए खुद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को युवाओं, छात्रों तथा अन्य लोगों से राजघाट पर आने की अपील की है। राहुल और प्रियंका ने लोगों का आह्वान कर उन्हें सत्याग्रह सफल बनाने को कहा है।

 राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से कहा है कि, 'प्रिय छात्रों और युवाओं, क्या यह काफी नहीं है कि हम भारत की अनुभूति करें। यह वह समय है जब आपको दिखाना होगा कि आप नफरत के जरिये देश को बर्बाद होने देंगे या नहीं होने देंगे।' 

राहुल ने आगे लिखा, 'राजघाट पर दिन में तीन बजे मेरे साथ सत्याग्रह में शामिल होइए, ताकि मोदी-शाह की ओर से शुरू की गई नफरत और हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया जाए।'

उधर प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, 'यह देश एक साझा रिश्ता है, साझा ख्वाब है। इस मिट्टी को हमने मेहनतों के रंग से सींचा है। संविधान हमारी शक्ति है।' उन्होंने कहा, 'देश को 'फूट डालो और राज करो' की राजनीति से बचाना है। आइए, आज दोपहर 3 बजे से बापू की समाधि राजघाट पर मेरे साथ संविधान पाठ का हिस्सा बनिए।'

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