मतदान से पहले ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा का गणित बिगाड़ा
ओमप्रकाश राजभर ने मिजार्पुर में कांग्रेस और महाराजगंज तथा बांसगांव में गठबंधन के प्रत्याशियों को समर्थन देने का फैसला लिया
लखनऊ । यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने फिर एक बार भाजपा के खिलाफ बगाबत कर दी और लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान से पहले यूपी के पूर्वांचल क्षेत्र में लोकसभा की 3 सीटों पर विपक्षी दलों के प्रत्याशियों को समर्थन देकर भाजपा के सामेन मुश्किल खड़ा कर दिये है। भाजपा से लोकसभा सीटों के बंटवारे पर बातचीत के कई दौर हुए लेकिन कोई नतीजा नही निकला। अंत में भाजपा नेताओं ने प्रस्ताव रखा कि घोसी लोकसभा सीट से आप को चुनाव चिन्ह कमल पर लोकसभा चुनाव लड़ना होगा, जिसे मैंने ठुकरा दिया। तब से राजभर भाजपा से टिकट को लेकर नाराज चल रहे हैं। और चुनाव के आखिरी चरण में ओमप्रकाश राजभर ने मिजार्पुर में कांग्रेस और महाराजगंज तथा बांसगांव में गठबंधन के प्रत्याशियों को समर्थन देने का फैसला लिया है।
आपको बतादें कि सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने बताया कि मिजार्पुर, महाराजगंज और बांसगांव में पार्टी के घोषित प्रत्याशियों का नामाकंन खारिज होने की वजह से यह पार्टी फैसला किया है। अरुण राजभर ने कहा कि पर्चा खारिज होने के बाद कार्यकर्ताओं के सुझाव पर पार्टी ने कांग्रेस और गठबंधन प्रत्याशियों को समर्थन देने का फैसला लिया है। जिस तीन सीटों को लेकर ऐसा फैसला किया है कि वहां केवल भाजपा प्रत्याशी को हराना है। हालांकि लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा से समझौता ना होने के बाद राजभर ने पूर्वांचल के 39 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं, इनमें प्रधानमंत्री मोदी की संसदीय वाराणसी सीट से सिद्धार्थ राजभर भी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से चुनाव लड़ रहे है।