पी चिदंबरम ने आर्मी चीफ विपिन रावत को दी नसीहत बोले-हमें न बताएं ......!
तिरुवनंतपुरम।नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जहां देशभर में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं वहीं विपक्ष भी भाजपा को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। नागरिकता कानून को लेकर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने तिरुवनंतपुरम में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और भाजपा पर निशाना साधा। चिदंबरम ने कहा, अमित शाह को राज्यसभा और लोकसभा में हुए बहस को सुनना चाहिए, उन्होंने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया और अब वह इस पर बहस के लिए राहुल गांधी को चुनौती दे रहे हैं। इस कानून के बारे में सरकार द्वारा जो कुछ भी बताया जा रहा है, सब कुछ गलत है।
कांग्रेस पार्टी 135वें स्थापना दिवस के मौके पर तिरुवनंतपुरम में एक रैली में पी चिदंबरम ने कहा, "डीजीपी, आर्मी जनरल को सरकार को सपोर्ट करने को कहा जा रहा है... ये शर्मनाक है... मुझे जनरल रावत से अपील करना है कि आप आर्मी के मुखिया हैं और अपने काम से काम रखिए... जो नेताओं को करना है वो नेता ही करेंगे. ये आर्मी का काम नहीं है कि वे नेताओं से कहें कि हमें क्या करना चाहिए... जैसा कि ये हमारा काम नहीं है कि हम आपको बताएं कि युद्ध कैसे लड़ा जाए? यदि आप एक जंग लड़ रहे हैं तो हम आपको नहीं कहते हैं कि युद्ध इस तरह लड़िए. आप युद्ध अपने दिमाग से लड़ते हैं. इस देश में राजनीति हम चलाएंगे."
#WATCH P Chidambaram: DGP&Army General are being asked to support govt, it's a shame. Let me appeal to Genaral Rawat,you head the Army&mind your business. It's not business of Army to tell politicians what we should do, just as it's not our business to tell you how to fight a war pic.twitter.com/MgjkeSPBPn
— ANI (@ANI) December 28, 2019
बता दें कि देश भर में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर हो रहे प्रदर्शन पर आर्मी चीफ बिपिन रावत ने एक बयान दिया था. बिपिन रावत ने कहा था कि नेता वे नहीं हैं जो लोगों को गलत दिशा में ले जाएं. रावत ने तब कहा था, "नेता वे नहीं हैं जो लोगों को गलत दिशा में ले जाएं, जैसा कि हम देख रहे हैं कि बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय और कॉलेज के छात्रों को ले जाया जा रहा है. जहां बाद में आगजनी हुई, हिंसा हुई, ये नेतृत्व नहीं है."
आर्मी चीफ बिपिन रावत का ये बयान देश भर में नागरिकता कानून और नेशनल सिटिजन रजिस्टर के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के बाद आया था।