कुछ साल बाद भारत में बुलेट ट्रेन दौड़ती हुई नजर आएगी। कई लोग बुलेट ट्रेन का जश्न मना रहे हैं तो वहीं कई लोग मोदी जी से नाराज भी हैं। क्योंकि ये लोग नहीं चाहते हैं कि देश में बुलेट ट्रेन चले।
आइये देखते हैं कि आखिर कौन हैं ये लोग...
1. बुलेट ट्रेन आने से सबसे ज्यादा वो लोग निराश हैं जो भागती ट्रेन में चढ़ जाते हैं, क्योंकि बुलेट ट्रेन में ऐसी कोई सुविधा नहीं होगी कि कोई भी भागती हुई ट्रेन में चढ़ जाए। चलती हुई ट्रेन के दरवाजे पहले ही बंद हो जाएंगे।
2. ट्रेन में कहीं भी चेन खींच देने वाले भी बुलेट ट्रेन के आने से नाराज हैं। जो लोग बुलेट ट्रेन की चेन खींचकर इसे रोक देते थे वो लोग इससे नाराज हैं क्योंकि बुलेट ट्रेन में चेन खींचने की कोई सुविधा नहीं होगी। बुलेट ट्रेन वालों ने से साफ किया है कि रेल में कोई चेन नहीं लगाई जाएगी।
3. जिन लोगों को सुबह-सुबह ट्रेनों की पटरियों पर हल्का होने की आदत है, वे भी इससे खासे नाराज हैं क्योंकि उन्हें डर है कि बुलेट की रफ्तार से चलने वाली ट्रेन की पटरियों पर बैठकर हाथ से पिछवाड़ा धोने के चक्कर में कहीं पिछवाड़े से ही उन्हें हाथ न धोना पड़ जाए।
4. ट्रेन की पटरियों पर बैठकर सेल्फी लेने वाले लोग भी इससे बहुत परेशान हैं क्योंकि उनको अब ये डर सताने लगा है कि बुलेट ट्रेन की पटरियों पर सेल्फी लेने की उनकी ख्वाहिश कहीं आखिरी ख्वाहिश में ही न तब्दील हो जाये।
5. ट्रेन में सीट पर बैठकर यात्रा करने की बजाय दरवाजों पर लटक कर या ट्रेन की छत पर बैठकर मौज लेने वालों का तो गुस्से से बहुत बुरा हाल है। उनकी मांग है कि बुलेट ट्रेन चलाने का मोदी जी का मक़सद ही यही है कि ट्रेन की छत पर बैठकर या दरवाजों पर लटककर देश की जनता बिल्कुल मौज न ले पाए।