भारत में अब दो तरह के चार्जर होंगे यूज,टेक कंपनियों की नहीं चलेगी मनमानी
एक चार्जिंग पोर्ट स्मार्टफोन, लैपटॉप, टैबलेट, ईयरबड्स, स्पीकर जैसे छोटे और मीडियम साइज वाले डिवाइसेस के लिए इस्तेमाल होगा. वहीं दूसरा फीचर फोन्स में यूज होगा।
लैपटॉप, ईयरबड्स और स्मार्टफोन के लिए हमें अलग-अलग चार्जर यूज करने पड़ते हैं. सरकार इस दिक्कत को दूर करने पर विचार कर रही है. रिपोर्ट्स की मानें तो सरकार सिर्फ दो तरह के चार्जिंग पोर्ट अलाउ करने को लेकर एक बैठक करने वाली है. इस बैठक में मुख्स इंडस्ट्री एसोसिएशन और सेक्टर स्पेसिफिक ऑर्गेनाइजेशन शामिल होंगे. आइए जानते हैं सरकार ऐसा क्यों कर रही है और इसका असर किन कंपनियों पर पड़ेगा।
अब हर बार नहीं खरीदना पड़ेगा चार्जर
स्मार्टफोन, फीचर फोन, लैपटॉप या किसी दूसरे इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंस के लिए आपको अलग-अलग चार्जर इस्तेमाल करने होते हैं. जल्द ही आपको इस समस्या से निजात मिल सकती है. सरकार सिर्फ दो तरह के चार्ज लाने पर विचार कर रही है. यानी भारत में आपको सिर्फ दो तरह के ही चार्जिंग पोर्ट्स देखने को मिलेंगे. इससे हर बार नया चार्जर खरीदने की दिक्कत दूर होगी।
हाल में ही यूरोपीय यूनियन ने इस तरह का कदम उठाया है. वहां अब इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के लिए सिर्फ एक ही चार्जिंग पोर्ट मिलेगा. EU ने टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट को मंजूरी दी है. इस नियम का पालन अलगे साल से करना होगा. ऐसा ही कुछ भारत में भी होने की उम्मीद है।
इंडस्ट्री एसोसिएशन की होगी जल्द बैठक
कंज्यूमर अफेयर मिनिस्ट्री ने सभी मुख्य इंडस्ट्री एसोसिएशन और सेक्टर स्पेसिफिक ऑर्गेनाइजेशन की बैठक बुलाई है. यह बैठक 17 अगस्त को होनी है, जिसमें 'घरेलू इस्तेमाल के लिए मल्टीपल चार्जिंग के इस्तेमाल को खत्म करने की संभावनाओं पर विचार होगा।
अब सिर्फ दो तरह के चार्जिंग पोर्ट होंगे उसे
उन्होंने कहा कि वक्त आ गया है कि हम 'सिर्फ दो तरह के चार्जिंग पॉइंट्स' के फ्रेमवर्क पर काम करना शुरू करें. यानी एक चार्जिंग पोर्ट स्मार्टफोन, लैपटॉप, टैबलेट, ईयरबड्स, स्पीकर जैसे छोटे और मीडियम साइज वाले डिवाइसेस के लिए इस्तेमाल होगा. वहीं दूसरा फीचर फोन्स में यूज होगा.