इलेक्ट्री वाहनों पर सही पकड़ के लिए Tata motors ने बनाया 32,000 करोड़ रूपये का प्लान
इलेक्ट्री वाहनों पर सही पकड़ के लिए Tata motors ने बनाया 32,000 करोड़ रूपये का प्लान
देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी Tata Motors ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में अपने पूंजीगत व्यय को 30 प्रतिशत से बढ़ाकर 32,000 करोड़ रुपये कर दिया है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में यह आंकड़ा 23,000 करोड़ रुपये था. Tata Motors पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्र ने कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में कहा, "वित्त वर्ष 22 में कोविड महामारी, सेमीकंडक्टर चिप की कमी और कमोडिटी की कीमतों में भारी वृद्धि जैसे चुनौतीपूर्ण संकटों में भी यात्री और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए इस साल को ऐतिहासिक वर्ष बनाने के लिए टाटा मोटर्स ने कई नए रिकॉर्ड बनाए."
पिछले महीने के सेल्स रिपोर्ट की बात करें तो अप्रैल में टाटा मोटर्स ने घरेलू बाजार पर मजबूत पकड़ बनाई है। टाटा की कुल बिक्री 74 प्रतिशत बढ़कर 72,468 यूनिट्स हो गई जो अप्रैल, 2021 में 41,729 यूनिट्स थी। इस दौरान कंपनी ने कुल 41,58 यूनिट्स पैसेंजर वाहनों की घरेलू बिक्री की है, जो पिछले साल 25,095 यूनिट्स थी.
कारोबार पर नजर डालें तो कंपनी अब तक कुल 2.5 लाख से अधिक यूनिट्स और 1.1 लाख करोड़ रुपये के कारोबार की रिकॉर्ड बुकिंग कर चुकी है, जिसकी आने वाले 6 से 9 महीनों में डिलवरी शुरू कर दी जाएगी.
बीच में टाटा मोटर्स को कई उतार चढ़ाव देखने को मिले थे जिसके बाद भी लोगो ने इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर अपनी रूचि अधिक दिखाई जिसके बाद से इलेक्ट्रिक वाहनों के डिमांड भी बहुत बड़ी है. जिसके बाद Tata Motors ने अपना वाणिज्य प्लान बड़ा दिया और उसे बड़ा के 32,000 करोड़ रूपये का कर दिया है.