समाज में क्या चल रहा है यह मालूम करने के लिए सोशल नेटवर्किंग से बढ़िया माध्यम और कोई नहीं। कम्प्यूटर जगत में कई सोशल नेटवर्किंग साईट्स हैं जिनमें अपना अकाउंट खोलकर लोग सोशल नेटवर्किंग में सक्रिय हो सकते हैं। सोशल नेटवर्किंग ने लोगों की जीवन शैली ही बदल दी है। जो लोग कभी अपने को समाज में कहीं स्थापित नहीं समझते थे वे आज अपनी प्रतिभा और सोशल नेटवर्किंग के जरिये लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं।
लगभग हर हाथ तक पहुंच चुके स्मार्ट फोन और इंटरनेट ने दुनिया की भौगोलिक दूरियों को कुछ एप में समेट दिया है। जिन प्रमुख सोशल मीडिया साइट और एप का प्रमुखता से इस्तेमाल किया जाता है उनमें फेसबुक सबसे आगे हैं। आंकड़े बताते हैं कि इस दशक में मोबाइल एप की दुनिया में फेसबुक का वर्चस्व रहा।
इस दौरान 460 करोड़ फोन तक फेसबुक पहुंच गया। वहीं, इस मामले में फेसबुक मैसेंजर दूसरे नंबर पर रहा। हालांकि इस साल डाउनलोड के मामले में फेसबुक की बादशाहत को टिकटॉक ने कड़ी चुनौती देते हुए पहला स्थान हासिल किया है।
मोबाइल मार्केटिंग डाटा कंपनी एपएनी द्वारा जारी रैंकिंग के मुताबिक डाउनलोड के मामले में तीसरे नंबर पर भी फेसबुक के मालिकाना हक वाला वॉट्सएप है। वॉट्सएप को फेसबुक ने 2014 में 1900 करोड़ अमेरिकी डॉलर में खरीदा था। एप एनी ने 2010 से 2019 के दौरान डाउनलोड किए गए एप्स का डाटा विश्लेषण कर यह रैंकिंग जारी की है।
इसके मुताबिक 2019 में फेसबुक डाउनलोड करने वालों की संख्या 11 प्रतिशत घटने से पहले पायदान पर टिकटॉक पहुंच गया। डाउनलोड किए गए टॉप 10 एप में से सात सोशल मीडिया या कम्युनिकेशन एप हैं।
दशक के टॉप 10 डाउनलोड किए गए एप-(करोड़ में)
1. फेसबुक 460
2. फेसबुक मैसेंजर 440
3. वॉट्सएप 430
4. इंस्टाग्राम 270
5. स्नैपचैट 150
6. स्काइप 130
7. टिकटॉक 130
8. यूसी ब्राउजर 130
9. यू-ट्यूब 130
10. ट्विटर 100
टॉप 10 उपभोक्ता एप
नेटफ्लिक्स, टिंडर, पेंडोरा म्यूजिक, टेनसेंट वीडियो, लाइन, आईक्यूयी, स्पॉटिफाई, यूट्यूब, एचबीओ नाऊ, क्वाई। उपभोक्ता ऐप में लोगों ने मनोरंजन को तरजीह दी। नंबर दो पर रहा टिंडर जो कि डेटिंग एप है।
भारत के टॉप 5 एप
टिकटॉक : 20 करोड़ डाउनलोड, 79 प्रतिशत वृद्धि
फेसबुक : 16 करोड़ डाउनलोड, 11 प्रतिशत कमी
लाइकी : 14 करोड़ फोन तक पहुंचा छोटे वीडियो बनाने वाला यह एप
वॉट्सएप : 13.4 करोड़ फोन में पहुंचा, तीन प्रतिशत कम बीते साल से
फेसबुक मैसेंजर : 2018 में दूसरे नंबर पर था, इस वर्ष 15 प्रतिशत कमी