Bangladesh Protest: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दिया इस्तीफा, हिंसा के बीच सेना के हेलीकॉप्टर से छोड़ा देश
Bangladesh Protest: बांग्लादेश में हिंसा जारी है. इस बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने की खबर है. बताया जा रहा है कि देशव्यापी हिंसा के बीच पीएम हसीना एक सैन्य हेलीकॉप्टर के जरिए राजधानी ढाका से रवाना हो गई हैं.
Sheikh Hasina Resigns: बांग्लादेश में हिंसा के बीच बड़ी राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिली है. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया और सेना के हेलीकॉप्टर के जरिए देश छोड़ दिया है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना देशव्यापी हिंसा के बीच राजधानी ढाका से रवाना हो गई हैं. बांग्लादेश की स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि शेख हसीना भारत जाने के लिए रवाना हो गई हैं. हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है कि वह देश छोड़कर भारत जा रही हैं या किसी अन्य देश.
Bangladesh Army Chief says, "PM Sheikh Hasina has resigned. Interim Government to run the country." - reports Reuters pic.twitter.com/tGR3FgGVvn
— ANI (@ANI) August 5, 2024
अंतरिम सरकार चलाएगी देश
शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अंतरिम सरकार देश चलाएगी. बांग्लादेश के सेना प्रमुख वेकर-उज़-ज़मान ने कहा कि, हम देश में शांति लौटाएंगे. हम नागरिकों से हिंसा रोकने के लिए कह रहे हैं. मीडिया आउटलेट प्रोथोमएलो ने कहा कि हसीना को लेकर सैन्य हेलिकॉप्टर ने सोमवार दोपहर 2:30 बजे (स्थानीय समयानुसार) बांग्लादेश के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास बंगभवन से उड़ान भरी. प्रोथोमएलो ने सूत्रों के हवाले से बताया कि हेलीकॉप्टर में शेख हसीना के साथ उनकी छोटी बहन शेख रेहाना भी थीं, जिसमें दावा किया गया कि शेख हसीना हेलीकॉप्टर से भारत में पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुईं.
प्रधानमंत्री आवास के परिसर में घुसे प्रदर्शनकारी
द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने सोमवार दोपहर करीब तीन बजे गोनो भवन के दरवाजे जबरन खोल दिए और प्रधानमंत्री आवास के परिसर में घुस गए. मीरपुर 10 चौराहे पर हजारों लोग भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के "मार्च टू ढाका" कार्यक्रम में शामिल हुए और फार्मगेट की ओर बढ़ गए. बांग्लादेश प्रकाशन द डेली स्टार के हवाले से इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने कहा कि सेना प्रमुख जनरल वेकर-उज़-ज़मान को टेलीविज़न पर संबोधन देने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्हें पीछे धकेल दिया गया है.