Jammu Kashmir: एलओसी पर सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश, सुरक्षा बलों ने की गोलीबारी, सर्च ऑपरेशन जारी

Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में एसओसी पर सीमा पार से संदिग्ध आतंकियों की घुसपैठ को सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया. इस दौरान सुरक्षा बलों ने ओपन फायरिंग की. उसके बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

Update: 2024-08-05 10:34 GMT

Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के आज पांच साल पूरे हो गए हैं. ऐसे में कश्मीर घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इस बीच अखनूर और सुंदरबनी सेक्टरों में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास घुसपैठियों के दो समूहों की हरकत की खबर सामने आई है. हालांकि, सीमा पर मुश्तैद सेना के जवानों ने संदिग्‍धों की योजना पर पानी फेर दिया और गोलीबारी कर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया. फिलहाल सुरक्षा बल इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं.

ड्रोन से की जा रही निगरानी

जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा बलों को रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि करीब डेढ़ बजे जम्मू के बाहरी इलाके अखनूर के बट्टल सेक्टर में एक अग्रिम इलाके में तीन से चार घुसपैठियों की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में पता चला, इसके बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में गोलीबारी की. इसके बाद घुसपैठिए दिखाई नहीं दिए. इसके बाद सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में बड़े स्‍तर पर तलाशी अभियान चलाया, वहीं कड़ी घेराबंदी करने के लिए अतिरिक्त बलों को तैनात कर ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा रही है.

संदिग्ध गतिविधि के बाद की गई गोलीबारी

इस बीच सेना के जवानों ने रात करीब साढ़े बारह बजे राजौरी जिले के सुंदरबनी-नौशेरा सेक्टर में एक अग्रिम क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियां देखने को मिली. इसके बाद सुरक्षा बलों ने कुछ राउंड फायरिंग भी की. गोलीबारी के बाद सीमारेखा से लगे इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. बता दें कि आज जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के पांच साल पूरे हुए हैं. ऐसे में पूरे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

हाल के दिनों में घाटी में हुई हैं कई आतंकी घटनाएं

बता दें कि जून और जुलाई के महीने में जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी वारदातें हुई हैं. जिसमें कई मुठभेड़ शामिल हैं. इनमें कई आतंकी मारे गए जबकि कई सुरक्षा बल भी शहीद हुए हैं. पिछले महीने ही कठुआ में सेना के काफिले पर हमला किया गया, इसके बाद डोडा और उधमपुर में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ हुई.

पिछले महीने लोकसभा में गृह मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया कि इस साल 21 जुलाई तक 11 आतंकवाद संबंधी घटनाएं हुईं. वहीं 24 मुठभेड़ों या आतंकवाद विरोधी अभियानों में 28 लोगों की मौत हुई है. इनमें आम आदमी और सुरक्षा बल भी शामिल हैं.

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