Nepal Plane Crash: नेपाल में हर साल होता है कम से कम एक प्लेन क्रैश, 70 साल में इतने हुए विमान हादसे
Nepal Place Crash: नेपाल एक बार फिर से विमान हादसे से दहल उठा. बुधवार को काठमांडू से पोखरा जा रहा एक विमान क्रैश हो गया. विमान में कुल 19 लोग सवार थे. अब तक 15 लोगों के शव बरामद किए गए हैं. जबकि अन्य लोगों की तलाश की जा रही है.
Nepal Place Crash: नेपाल में बुधवार को 19 लोगों को लेकर जा रहा सौर्य एयरलाइंस का एक विमान क्रैश हो गया. इस विमान ने बुधवार को नेपाल की राजधानी काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशन एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी. लेकिन उड़ान के दौरान ही विमान हादसे का शिकार हो गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीआईए के प्रवक्ता प्रेमनाथ ठाकुर ने कहा कि पोखरा जा रहे विमान में चालक दल सहित उन्नीस लोग सवार थे. विमान सुबह करीब 11 बजे हादसे का शिकार हो गया.
फिलहाल पुलिस और अग्निशमन कर्मी दुर्घटनास्थल पर बचाव अभियान चला रहे हैं. ये कोई पहली बार नहीं है जब नेपाल में कोई विमान हादसे का शिकार हुआ हो. हिमालयन राष्ट्र में हर साल इस तरह के हादसे देखने को मिलते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल में प्रति वर्ष औसतन विमान क्रैश होता है. 2010 के बाद से नेपाल में अब तक कम से कम 12 बड़े विमान हादसे हुए हैं. जिसनें सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है.
1955 से 2023 तक हुए 68 विमान हादसे
बता दें कि वाणिज्यिक उड़ानें दुनिया भर में परिवहन के सबसे सुरक्षित तरीकों में से एक मानी जाती हैं, लेकिन नेपाल में ऐसा नहीं है. नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) ने 1955 के बाद से देश में कम से कम 68 हवाई जहाज दुर्घटनाएं दर्ज की हैं- उनमें हादसे सबसे 44 घातक बताए गए हैं. ये रिपोर्ट जनवरी 2023 तक की है. इससे पहले जनवरी 2023 में भी नेपाल में एक विमान हादसा हुआ था. जिसमें 72 लोगों की मौत हुई थी. ये हादसा यति एयरलाइंस के एक प्लेन क्रैश का था. जो काठमांडू से पोखरा के लिए उड़ान भर रहा था.
900 से ज्यादा लोगों की हुई मौत
नेपाल में बुधवार को हुए प्लेन क्रैश के बाद एक बार फिर से हिमालयी राष्ट्र में हवाई यात्रा सुरक्षा को लेकर बहस शुरू कर दी है, जो माउंट एवरेस्ट सहित दुनिया की कुछ सबसे ऊंची पर्वत चोटियों और विदेशी पर्यटकों, पर्वतारोहियों और स्कीयरों के बीच बेहद लोकप्रिय देश रहा है. ऐसा कहा जाता है कि नेपाल का आसमान विमानन आपदाओं से ग्रस्त है, जिसमें 1955 से लेकर जनवरी 2023 तक 900 से अधिक लोगों की मौत हुई.
नेपाल में क्यों होते हैं विमान हादसे
जानकारों की मानें तो नेपाल खतरनाक इलाकों और अप्रत्याशित मौसम का घर है, खासकर मानसून के दौरान यहां मौसम बहुत खराब रहता है इस दौरान विमान हादसे होने की संभावना भी बढ़ जाती है. इसीलिए नेपाल का विमानन काफी हद तक सीमित प्रकार के विमानों जैसे ट्विन ओटर्स, लेट-एल 410 और डोर्नियर्स पर निर्भर करता है. ऐसे विमानों को तथाकथित ट्रंक सेक्टर के विपरीत, उच्च-इलाके वाले क्षेत्रों में छोटे टेकऑफ़ और लैंडिंग (एसटीओएल) हवाई क्षेत्रों की जरूरत होती है.
जनवरी 2023 में गई थी 72 लोगों की जान
बता दें कि जनवरी 2023 में नेपाल में यती एयरलाइंस का एक विमान क्रैश हुआ था. जिसमें 72 लोगों की मौत हुई थी. ये विमान नेपाल के केंद्रीय शहर पोखरा के पास लैंडिंग से कुछ मिनट पहले ही क्रैश हो गया. इस घटना में यात्रियों और चालक दल के सदस्यों सहित सभी 72 लोगों की जान चली गई. पोखरा के पास पहुंचते ही विमान एक खड़ी खाई में गिर गया. इसके बाद विमान के टुकड़े-टुकड़े हो गए और उसमें भीषण आग लग गई.
उससे पहले 29 मई, 2022 को भी नेपाल में एक विमान क्रैश हुआ था. तब तारा एयर का एक विमान मस्टैंग जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, उस हादसे में विमान में सवार सभी 22 लोगों की मौत हो गई. जबकि 2018 में काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास यूएस-बांग्ला एयरलाइंस का एक विमान क्रैश हुआ था. इस विमान दुर्घटनाग्रस्त में 51 लोगों की मौत हुई थी. जबकि 20 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे. नेपाल में पिछले 70 सालों में 1000 से ज्यादा लोगों ने विमान हादसों में जान गंवाई है.