गोकुल क्षेत्र से जब कान्हा मथुरा चले गए...तब भी राधा और कान्हा का आध्यात्मिक मिलन होता रहा...राधा बुलाती को कान्हा उपस्थित हो जाते...और जब कान्हा पुकारते तो राधा उनसे मिलने चली आती...इस गीत में इसी भाव को संजोया है गीतकार ध्रुव ठाकुर ने और आवाज़ दी है अर्चना तिवारी ने...!