5G इंटरनेट सर्विस की दिशा में आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI के सिल्वर जुबिली पूरी होने के अवसर पर देश में 5G Test Bed को लॉन्च किया। 5G टेस्ट बेड प्रोजेक्ट को IIT Madras के नेतृत्व में 8 इंस्टीट्यूट ने मिलकर तैयार किया है।
मोदी इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थे। इस मौके पर पीएम मोदी ने भारत को दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हब भी बताया। उन्होंने कहा कि देश में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की संख्या 2 से बढ़कर 200 से भी ज्यादा हो गई है। इसके साथ ही पीएम ने इस इवेंट में कहा कि भारत में इस दशक के अंत तक 6G इंटरनेट सर्विस की शुरुआत भी हो जाएगी।
मोदी ने 2जी को हताशा और निराशा का पर्याय बताते हुए पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा और कहा कि वह कालखंड भ्रष्ट्राचार और नीतिगत पंगुता के लिए जाना जाता था। उन्होंने कहा, 'इसके बाद 3जी, 4जी, 5जी और 6जी की तरफ तेजी से हमने कदम बढ़ाए हैं। ये बदलाव बहुत आसानी और पारदर्शिता से हुए और इसमें ट्राई ने बहुत भूमिका निभाई।'
उन्होंने कहा, '21वीं सदी के भारत में कनेक्टिविटी, देश की प्रगति की गति को निर्धारित करेगी। इसलिए हर स्तर पर कनेक्टिविटी को आधुनिक बनाना ही होगा।' प्रधानमंत्री ने कहा कि 5जी प्रौद्योगिकी देश के शासन में, जीवन की सुगमता में और व्यापार की सुगमता में सकारात्मक बदलाव लाने वाली है तथा इससे खेती, स्वास्थ्य, शिक्षा, अवसंरचना और हर क्षेत्र में प्रगति को बल मिलेगा। एक अनुमान का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, 'आने वाले डेढ़ दशकों में 5जी से भारत की अर्थव्यवस्था में 450 बिलियन डॉलर का योगदान होने वाला है। इससे प्रगति और रोजगार निर्माण की गति बढ़ेगी।'