Premanand Maharaj: हाथरस हादसे के बाद प्रेमानंद महाराज का बड़ा फैसला, रात्रि पदयात्रा अनिश्चित काल के लिए रोकी
Premanand Maharaj: हाथरस में भगदड़ की घटना के बाद प्रेमानंद महाराज ने बड़ा फैसला लिया है। प्रेमानंद महाराज ने हाथरस हादसे के मद्देनजर मथुरा में अपनी रात्रि पदयात्रा अनिश्चित काल के लिए रोक दी है। प्रेमानंद महाराज ने एक पत्र जारी कर अपने भक्तों को इसकी जानकारी दी है।
Premanand Maharaj: हाथरस में भगदड़ की घटना के बाद प्रेमानंद महाराज ने बड़ा फैसला लिया है। प्रेमानंद महाराज ने हाथरस हादसे के मद्देनजर मथुरा में अपनी रात्रि पदयात्रा अनिश्चित काल के लिए रोक दी है। प्रेमानंद महाराज ने एक पत्र जारी कर अपने भक्तों को इसकी जानकारी दी है।
प्रेमानंद महाराज ने रोक दी पदयात्रा
भक्तों को जारी पत्र में कहा गया कि हाथरस में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत हृदय विदारक एवं अत्यंत दुखद है, ऐसे में हमारी गहरी संवेदनाएं परिजनों के साथ हैं, हम ठाकुर जी के चरणों में प्रार्थना करते हैं कि ऐसा न हो। भविष्य में घटना घटती है।
श्री हित राधा केलि कुंज जाते थे प्रेमानंद महाराज
बताया गया कि इस घटना के संदर्भ में सावधानी बरतते हुए पूज्य महाराज जी जो अपनी पद यात्रा के दौरान दोपहर 2:15 बजे से श्री हित राधा केली कुंज जाते थे, जहां सभी को दर्शन मिलते थे, उसको अनिश्चित काल के लिए बंद किया जा रहा है। कृपया रात्रि के समय किसी भी श्रद्धालु को दर्शन के लिए सड़क पर खड़ा न होने दें और न ही सड़क पर किसी प्रकार की भीड़ लगाएं।
सेवादारों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई तेज
हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 123 लोगों की जान चली गई। तभी से भोले बाबा फरार हैं। उधर, यूपी पुलिस ने भोले बाबा के सेवकों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई तेज कर दी है। यूपी पुलिस ने सेवादारों की तलाश में हाथरस, एटा, कासगंज, मैनपुरी, इटावा, फर्रुखाबाद, मथुरा, आगरा और मेरठ समेत एक दर्जन से ज्यादा जिलों में छापेमारी की है। पुलिस ने अब तक 30 से ज्यादा सेवादारों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
योगी सरकार जारी करेगी SOP
उत्तर प्रदेश के मंत्री असीम अरुण ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बड़ी सभाओं की अनुमति देने के लिए SOPपर काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को SOPतैयार करने का निर्देश दिया है और कार्यक्रमों की अनुमति तभी दी जाएगी जब सुविधाओं के लिए बुनियादी, न्यूनतम शर्तें पूरी होंगी।