यूपी में कांग्रेस को बड़ा झटका, इस सीट से फूलन देवी के पति का नामांकन खारिज
उम्मेद सिंह निषाद का अम्बेडकरनगर सीट से नामांकन खारिज होने को साजिश बताते हुए कांग्रेस ने कहा है कि वह कोर्ट की शरण लेगी।
अम्बेडकरनगर संसदीय सीट से अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मतदान के पहले ही आउट हो गई है। इस सीट पर चुनाव छठे चरण में होना है। बुधवार को हुई नामांकन पत्रों की जांच में शपथ पत्र में खामी के चलते कांग्रेस के उम्मेद सिंह निषाद उर्फ उमेद सिंह के साथ कुल आठ प्रत्याशियों का नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए। उम्मेद सिंह निषाद का अम्बेडकरनगर सीट से नामांकन खारिज होने को साजिश बताते हुए कांग्रेस ने कहा है कि वह कोर्ट की शरण लेगी। आपको बता दें कि उम्मेद सिंह, फूलन देवी के पति है।
बीजेपी ने अंबेडकर नगर से मुकुट विहारी वर्मा को टिकट दिया है जो यूपी के सहकारिता मंत्री हैं। वर्मा फिलहाल बहराइच के कैसर गंज से विधायक हैं। अंबेडकर नगर में करीब ढाई लाख कुर्मी वोटर हैं इससिए बीजेपी ने मुकुट विहारी वर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं सपा-बसपा गठबंधन की तरफ से रीतेश पांडेय चुनाव मैदान में हैं।
लोकसभा के सामान्य निर्वाचन-2019 में छठवें चरण की अम्बेडकरनगर संसदीय सीट से अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मतदान के पहले ही आउट हो गई है। बुधवार को हुई नामांकन पत्रों की जांच में शपथ पत्र में खामी के चलते कांग्रेस के उम्मेद सिंह निषाद उर्फ उमेद सिंह के साथ कुल आठ प्रत्याशियों का नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए।
अम्बेडकरनगर लोकसभा सीट पर 20 प्रत्याशियों ने नामजदगी का पर्चा भरा है। कलेक्ट्रेट के जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय कक्ष 39 में बुधवार को रिटर्निंग अधिकारी सुरेश कुमार ने नामांकन पत्रों की जांच की। इस दौरान सामान्य प्रेक्षक आईएएस उदय प्रकाश सिंह भी मौजूद रहे। जांच में आठ पर्चे खारिज किए गए। सभी आठ पर्चे खारिज होने का कारण नामांकन पत्रों के अभिलेखों में कमी होना बताया गया है। इनमें कांग्रेस के उम्मेद निषाद के साथ अपना दल बलिहारी के इन्द्रजीत, निर्दल पुष्पा अनिल, डा. लाल बहादुर मौर्य, नागेश्वर प्रसाद, फतेह बहादुर, गुलाम किवरिया और कमलेश शामिल हैं। नाम वापसी शुक्रवार को सुबह 11 बजे से शाम तीन बजे तक होगी। मतदान 12 मई को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगी। मतगणना 23 मई को होगी। नामांकन पत्रों की जांच प्रक्रिया सम्पन्न हो जाने के बाद विधि मान्य प्रत्याशियों की संख्या 12 रह गई है।
कोर्ट की शरण लेगी कांग्रेस
कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेद सिंह निषाद ने नामांकन पत्र खारिज करने को डीईओ की साजिश बताया है। उम्मेद निषाद ने कहा कि डीईओ की आयोग से शिकायत करेंगे। साथ ही कहा कि न्यायालय की शरण में भी जाएंगे। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को एक सेट में और 23 अप्रैल को दो सेट में पर्चा पूरी तरह से वैध दाखिल किया था। जिलाध्यक्ष सैयद मेराजुद्दीन किछौछवी ने कहा कि जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्णय को आयोग और उच्च न्यायालय में चुनौती दी जाएगी। आठ प्रत्याशियों का नामांकन पत्र खारिज होने को कई उम्मीदवारों ने भी साजिश बताया है।
छठे चरण में 129 नामांकन खारिज
लोकसभा चुनाव के छठे चरण में उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर बुधवार को नामांकन पत्रों की जांच हुई। इस जांच में कुल 129 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र विभिन्न खामियों के चलते खारिज कर दिये गये। सबसे ज्यादा 25 प्रत्याशियों के पर्चे फूलपुर लोस सीट पर खारिज किये। इसी क्रम में संतकबीर नगर सीट पर 27 उम्मीदवारों में से 20 के नामांकन निरस्त किये गये। भदोही सीट पर भी 32 उम्मीदवारों में से 20 के पर्चे निरस्त किये गये। प्रतापगढ़ और जौनपुर सीट पर नामांकन खारिज होने का पूरा ब्यौरा देर शाम तक नहीं मिल सका था। अब इन 14 सीटों पर कुल 204 उम्मीदवार मैदान में रह गये हैं। शुक्रवार 26 अप्रैल नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख होगी। इन लोस सीटों पर 12 मई को मतदान होगा। .
लोकसभा चुनाव के सातवें व अंतिम चरण के लिये उत्तर प्रदेश की 13 लोस सीटों पर नामांकन दाखिले की प्रक्रिया जारी है। बुधवार को चन्दौली लोस सीट पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय और गाजीपुर सीट पर बसपा के उम्मीदवार अफजाल अंसारी ने नामांकन दाखिल किए। बुधवार को इन 13 लोस सीटों पर कुल 16 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किये। गोरखपुर सीट पर सपा के रामभुआल ने नामांकन दाखिल किया। बांसगांव सीट पर बसपा के सदल प्रसाद ने पर्चा भरा। अब तक इन 13 सीटों पर कुल 41 उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर चुके हैं। इन 13 सीटों पर 29 अप्रैल तक नामांकन दाखिल किये जाएंगे। 30 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 2 मई नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख होगी। जबकि मतदान 19 मई को होगा।