आजमगढ़ में पुलिस अत्याचार पीड़ितों से मुलाकात करती प्रियंका गांधी, जानिए क्या है मामला?

आजमगढ़ के बिलरियागंज कस्बे में सीएए व एनआरसी के विरोध में पांच फरवरी को महिलाओं ने शाहीन बाग की तर्ज पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया था।

Update: 2020-02-12 08:04 GMT

आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध करने के दौरान खदेड़ी गई महिलाओं से आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मुलाकात कर रही है। इसके लिए प्रियंका गांधी बुधवार की सुबह वाराणसी एयरपोर्ट पहुंची और वहां से कार में आज़मगढ़ के लिए रवाना हुई।

बता दें कि आजमगढ़ के बिलरियागंज कस्बे में सीएए व एनआरसी के विरोध में पांच फरवरी को महिलाओं ने शाहीन बाग की तर्ज पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया था। पुलिस ने धरना खत्म कराने के लिए महिलाओं को वहां से खदेड़ दिया। इस दौरान लाठीचार्ज, आंसू गैस व पथराव की घटना भी हुई थी। लाठीचार्ज में कई महिलाएं घायल हुई थीं। पुलिस ने बताया कि 35 नामजद लोगों और 100 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है.जबकि 19 लोगों को देशद्रोह समेत विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था।

जिला अध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि बिलरियागंज में महिलाओं के साथ ज्यादती हुई है। रविवार को सचिव सचिन नायक ने वहां पहुंचकर महिलाओं से मिलकर बातचीत कर एक रिपोर्ट हाईकमान को भेजी थी। इसी के बाद प्रियंका गांधी ने यहां आकर महिलाओं से मिलने का कार्यक्रम बनाया है।

प्रियंका गांधी इंडिगो के विमान संख्या 6E906 से सुबह 9:50 बजे वाराणसी में बाबतपुर के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंची। आगमन गेट के बाहर जुटे कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। भीड़ के कारण धक्का-मुक्की की स्थिति भी उत्पन्न हो गई। मिलने की गुहार के साथ कुछ कार्यकर्ता प्रियंका गांधी की गाड़ी के आगे लेट गए। किसी तरह उन्हें हटाया गया। स्वागत करने वाले कांग्रेसियों में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पूर्व सांसद राजेश मिश्रा, पूर्व विधायक अजय राय, मनीष चौबे आदि मौजूद रहे। 

बतादें कि आजमगढ़ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का निर्वाचन क्षेत्र है. अखिलेश के 'लापता' वाले पोस्टर आठ फरवरी को उनके लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में चिपके हुए थे, जिनमें सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर पुलिस कार्रवाई के परिप्रेक्ष्य में सांसद की अनुपस्थिति पर सवाल उठाये गये थे. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने उक्त पोस्टर लगाये थे. उनमें अखिलेश के मुंह पर काली पट्टी बंधी दिखायी गयी थी. सिविल लाइंस क्षेत्र सहित शहर के विभिन्न हिस्सों में ये पोस्टर लगे थे. 

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