बागपत से एक ही परिवार के 6 बच्चे लापता, सुनकर उड़े होश, लेने गये थे कलक्ट्रेट पर कंबल
अब बड़ी खबर उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक ही परिवार के 6 बच्चों के गायब होने से पूरे गांव में हड़कंप मचा है. गायब हुए सभी बच्चे 8 दिन पहले कलेक्ट्रेट से कंबल लेने गए थे.
मालूम हो कि पिछले आठ दिनों में दो बच्चों की अपरहण के बाद हत्या की वारदात सामने आ चुकी है. जिसके बाद इस मामले में भी ऐसी ही अश्नाका जाहिर की जा रही है. मामला शहर कोतवाली के निवाड़ा गांव का है. यहां एक ही परिवार के 6 बच्चे लापता हैं. 8 दिन पहले कलक्ट्रेट में कंबल वितरण कार्येक्रम में गए बच्चों का काफी खोजबीन के बाद भी सुराग नहीं लग सका है. परिवार वालों ने उन्हें खोजने की हरसंभव कोशिश की लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगा. इसके बाद उन्होंने ने पुलिस में बच्चों के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई है. फ़िलहाल पुलिस बच्चों को जल्द खोजने की बात कह रही है.
हालांकि पिछले कुछ दिनों में बच्चो के प्रति बढ़ रहे अपराध पर बागपत पुलिस नकेल कसने में नाकाम रही है. बागपत एसपी जयप्रकाश मामला दर्ज कर जल्द बच्चों को बरामद करने की बात कर रहे हैं. दरअसल शहर कोतवाली के निवाड़ा गांव के बाहर झोपड़ी डालकर भाई बहन सलमू और सलामती का परिवार एक साथ रहता है. झोपड़ी में सलमू का एक लड़का जबकि सलामती के 5 बच्चे रहते हैं. लापता होने वाले बच्चों में 3 लड़कियां और 2 लड़के हैं. बच्चों के नाम-गुलिस्ता, सोनू, मेहरूणा, गुड्डू, खेरूना, दिलशाद है.
दरसअल पिछले 8 दिनों में बागपत में 2 बच्चों की अपहरण के बाद हत्या हो चुकी है. जिससे लापता 6 बच्चों के परिजन भी डरे हुए हैं. परिजनों को बच्चों के अपहरण और हत्या की चिंता सता रही है. सालमू और सलामती का परिवार काफी गरीब है. जिस काऱण उनके बच्चे पढ़ने भी नही जाते. ठिठुरती सर्दी में भी पूरा परिवार खुले आसमान के नीचे झोपड़ी में ही रात बिताता है. ठंड से बचने के लिए पर्याप्त कपड़ों की व्यस्था नहीं थी. इसलिए बच्चे कलक्ट्रेट से कंबल लेने गए थे. जो आज 8 दिन बाद भी घर वापस नहीं लौटे. पहले तो परिजनों ने बच्चो के लौट आने का इंतजार किया और अब रिपोर्ट दर्ज कराई है.
एसपी बागपत का मानना है कि बच्चे झुग्गी-झोपड़ी में रहते हैं. इसलिए कहीं चले गए होंगे. लेकिन अब पुलिस ने मामला दर्ज करलियाए है और तफ्तीश में जुट गई है. इस मामले में पुलिस गहराई से जांच में जुट गई है. बच्चे शीघ्र ही मिल जायेंगे.