जिला अस्पताल में भर्ती मरीज ने पुलिस से लगाई दो यूनिट खून के लिए गुहार SP पहुंचे खून देने अस्पताल

मरीज के पत्नी ने कहा जब अपने खून के रिस्तो ने खून देने से किया इनकार तो SP साहब ने खून देकर बचाई जान उसके पति की पुलिस को दिया धन्यवाद।

Update: 2023-08-19 05:47 GMT

उत्तर प्रदेश के बलिया से एक अनोखी खबर आई सामने दोनों किडनी फेल से डायलसिस पर जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे गरीब मरीज ने दो यूनिट खून के लिए पुलिस से लगाई गुहार खून देने SP एस आनंद, ASP सहित पुलिस अमला पहुंचा जिला अस्पताल के ब्लड बैंक। साइबर सेल प्रभारी संजय शुक्ला और उनकी पत्नी ने खून देकर मरीज की बचाई जान। मरीज के पत्नी ने कहा जब अपने खून के रिस्तो ने खून देने से किया इनकार तो SP साहब ने खून देकर बचाई जान उसके पति की पुलिस को दिया धन्यवाद। SP एस आनंद ने कहा पुलिस के पास वही वेक्ति आता है जो किसी चीज से पीड़ित होता इसलिए पुलिस के पास मानवीय सम्वेदना आम आदमी से कुछ ज्यादा होती है, लोगो से अपील किया कि पुलिस के खिलाफ जो नजरिया है वह बदला जाय।

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जिंदगी और मौत से जूझ रहा यह गरीब मरीज सतेंदर यादव है जो पकड़ी थानां क्षेत्र का रहने वाला है । दरअसल इस मरीज की दोनों किडनी पिछले दो वर्सो से खराब हो चुकी है जिसे हर महीने में दो बार डायलसिस कराना पड़ता है ।मरीज की पत्नी की माने तो देर रात उनके पति की तबियत ज्यादा खराब हो गई तो डॉक्टर न दो यूनिट ब्लड लाने को कहा मगर किसे ने उन्हें खून देने से मना कर दिया यहां तक कि उनके खून के रिश्ते भी उसे खून देने से मना कर दिए तब खुद SP साहब आकर खून देने को तैयार हो गए और पुलिस ने खून देकर उनके पति की जान बचाई है जिसके लिए वह पुलिस को धन्यबाद देते नही थक रही है । वही पत्नी ने रो रो कर कहा अपनी पति की जान बचाने के लिए वह अपनी जमीन बेचकर 16 लाख रुपये लगा चुकी है और काफी पैसा कर्ज भी ले चुकी है।

एनकाउंटर के लिए जाने जाने वाली यूपी पुलिस की इस तस्वीर ने यह साबित कर दिया जितनी शख्त यूपी पुलिस है उतनी दिल की नरम भी यूपी पुलिस है। जरा इस तस्वीर को देखिए खून के लिये पुलिस से गुहार लगाने के बाद कैसे SP खुद पूरे दल बल के साथ जिला अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंच गए एक मरीज को खून देने । SP एस आनंद ने कहा वही व्यक्ति पुलिस के पास आता जो किसी चीज से पीड़ित होता है इसलिए पुलिस के पास मानवीय संवेदना आम आदमी से ज्यादा होती है । लोगो को पुलिस के लिए नजरिया बदलने की जरूरत है तो SP के मौजूदगी में ही इंस्पेक्टर संजय शुक्ला और उनकी पत्नी ने पीड़ित जरूरतमंद मरीज को खून देकर जान बचाई है इसके लिए उन्हें साधुवाद भी दिया।

SP और ASP की मौजूदगी में खून के लिए फरियादी मरीज को खून देने वाले साइबर सेल में तैनात इंस्पेक्टर संजय शुक्ल ने कहा पुलिस के एक सूचना आई कि किसी मरीज को खून की आवश्यकता है SP साहब भी वह पहुंच गए वह खुद देने को तैयार हुए तो वहां मौजूद खुद इंस्पेक्टर ने अपनी पत्नी के साथ अस्पताल पहुंचकर ब्लड दिया और मरीज की जान बचाकर उन्हें खास सुकून मिल रहा है।

अमित सिंह 

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