बाराबंकी : सरकारी ठेके से बिकी जहरीली शराब, दस की गई जान, डीजीपी ने रामनगर के सीओ व एसओ को निलंबित किया
गांव में कोहराम, एक परिवार के चार लोगों ने तोड़ा दम, प्रमुख सचिव आबकारी करेंगे जांच, जिला आबकारी अधिकारी, निरीक्षक व चार सिपाही सस्पेंड
बाराबंकी
सरकारी देशी शराब के ठेके से खरीदी गई शराब पीकर दस लोगों की जान चली गई। इनमे एक घर के तीन बेटे व पिता भी शामिल है। इस जानलेवा शराब को पीने वाले तमाम लोग मौत से लड़ रहे हैं। सीएम ने इस मामले को संज्ञान में लिया है।
इस पूरे प्रकरण की जांच प्रमुख सचिव आबकारी को सौंप कर एसओ व सीओ रामनगर को निलंबित कर दिया गया है। जिला आबकारी अधिकारी व क्षेत्र के निरीक्षक व चार सिपाहियों को भी निलम्बित कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक अजय साहनी ने बताया कि लाइसेंसी की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की गईं है। दो लोगो का उपचार लखनऊ में चल रहा है। ये दर्दनाक हादसा जिले के रामनगर थाना क्षेत्र के रानीगंज गांव की है। गांव के पास ही दानवीर सिंह के नाम पर आवंटित देशी शराब की दुकान है।
कल रात यहां से लोगों ने एक ब्रांड विशेष के पौव्वे खरीदे इसके सेवन के बाद रात में लोगों की हालत खराब होनी शुरू हो गई। इन्हें पहले सीएचसी सूरतगंज फिर वहां से जिला अस्पताल रेफर किया जाने लगा। उल्टी भीषण पेट दर्द से लोग बिलबिला उठे। तड़पते तड़पते कई लोगों की जान चली गई।
इनकी आंखों की रोशनी भी जा चुकी थी। जहरीली शराब ने रानीगंज गांव के छोटे लाल के परिवार के चार लोगों को मौत की नींद सुला दिया। इसमे घर का मुखिया खुद छोटेलाल और उसके तीन बेटे रमेश (35), सोनू (25), मुकेश (28) ने दम तोड़ दिया।
जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद गमजदा ग्रामीण
इसके अलावा मरने वालों में राजेश (35) पुत्र सालिक राम छोटेलाल (60) पुत्र घूरू, सूर्यभान पुत्र सूर्य बख्श, राजेंद्र वर्मा पुत्र जगमोहन निवासी उमरी, महेंद्र पुत्र कप्तान सिंह निवासी सेमराय,महेंद्र पुत्र दलगंजन निवासी ततेहरा शामिल है। डीएम एसपी ने मौके का जायजा लिया है।
डीजीपी ने एसओ रामनगर राजेश सिंह,सीओ पवन गौतम को निलंबित किया है। जांच प्रमुख सचिव आबकारी को दी गई है। घटना के बाद पूरे गांव में कोहराम मचा है। ग्राम कुतलुपुर के तिलकराम का कहना है कि उसकी जान बच गई। उसे पेट दर्द और उल्टी की शिकायत है।