बाराबंकी: बीजेपी युवा मोर्चा का जिला मंत्री राहुल सिंह ही निकला पत्नी का हत्यारा। पिछले 3 दिनों से पुलिस को आरोपी राहुल गुमराह कर रहा था. लेकिन सोशल पुलिसिंग में माहिर आईपीएस अधिकारी आकाश तोमर ने जल्द ही पीएम रिपोर्ट के बाद भांप लिया था। आरोपी लगातार लूट एवं हत्या की फ़र्ज़ी कहानी गढ़ता रहा और पुलिस को गुमराह कर रहा था। लेकिन अंत में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
स्नेह लता सिंह की हत्या गोली मारकर नहीं, बल्कि किसी नुकीले धारदार हथियार से की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस तथ्य का खुलासा होने के बाद पुलिस का लाइन ऑफ एक्शन भी चेंज हो चुका है । घटना की तह तक पहुंचने के लिए गठित पुलिस की टीमें सोमवार को दिनभर भागदौड़ करती रही। आरोपी पति राहुल सिंह को संबंधित सुरागों तक ले जाकर भी तहकीकात की गयी पर कोई ठोस नतीजे तक पुलिस फिलहाल नही पहुच सकी।
..तो कहीं और हुई हत्या
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी नुकीले हथियार से स्नेहलता की गर्दन के नीचे आस पास काफी गहराई तक वार किए जाने की बात सामने आई है। अगर बदमाशों ने मौके पर ही स्नेह लता पर ऐसे किसी हथियार से हमला किया तो आसपास काफी खून बिखरा होना चाहिए था। जबकि यहां खून का एक कतरा मौजूद नहीं था। ऐसे में यह चर्चा जोर पकड़ गई है की स्नेह लता की हत्या कहीं और तो नहीं हुई। इस हत्याकांड में पूरा सच अभी भले सामने ना आया हो। लेकिन, आरोपी राहुल के बयानों से घटनाक्रम मेल खाता नहीं मिल रहा जिससे पुलिस की उलझने और बढ़ गयी है। लगातार पूछताछ में जुटी पुलिस को राहुल यही जवाब देता रहा कि बदमाशों की पिटाई से बेहोश होने के बाद पत्नी स्नेह लता की हत्या कैसे हुई, उसे नहीं पता।
सर्विलांस , काल डिटेल पर निगाह
घटना के खुलासे में लगी पुलिस ने सर्विलांस को विशेष तौर पर फोकस कर रखा है। संबंधित कॉल डीटेल्स को खंगाल कर पुलिस सटीक नतीजे तक पहुंचना चाहती है।
प्रेम प्रसंग की पड़ताल
स्नेह लता हत्याकांड में आरोपी राहुल प्रताप सिंह के किसी और युवती से संबंध होने की बात पता चली थी। मृतका के परिजनों ने साफ तौर पर आरोप लगाया था कि शादी के कुछ ही दिनों के बाद राहुल के लखनऊ निवासी एक युवती से संबंध होने की बात पता चली थी। राहुल उससे लगातार फोन पर बात करता था जिसे लेकर स्नेह लता से उसका अक्सर विवाद व कहासुनी होती थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को पुलिस ने लखनऊ में संबंधित युवती से मिलकर उससे भी पूछताछ की। स्नेह लता की हत्या में इस तथ्य को महत्वपूर्ण कड़ी माना जा रहा है।
मायके में हुआ अंतिम संस्कार
पोस्टमार्टम के बाद मृतका के पिता रामकुमार सिंह व अन्य परिजन स्नेह लता की लाश लेकर अपने गांव कडसर बिटोरा चले गए ,जहां उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। सोमवार को स्नेह लता के भाई राहुल सिंह कई रिश्तेदारों के साथ फिर फतेहपुर कोतवाली पहुंचे। आरोपी राहुल प्रताप सिंह के विरुद्ध पुलिस ने क्या कार्रवाई की, इसकी जानकारी के लिए सभी भटकते रहे । शनिवार देर रात फतेहपुर में काजीपुर नहर पटरी पर स्नेह लता सिंह की लाश मिली थी। पति राहुल सिंह का कहना था कि बदमाशों ने घेर कर लूटपाट के बाद पत्नी स्नेह लता की हत्या कर दी । लेकिन, यहां पहुंचे मृतका के पिता राम कुमार सिंह ने दामाद राहुल प्रताप सिंह पर दहेज के लिए स्नेह लता को मार डालने का आरोप लगाते हुए कोतवाली में प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराया था।