राज्य सभा सांसद और सपा नेता बेनी प्रसाद वर्मा का निधन
बेनी प्रसाद वर्मा सपा के संस्थापक सदस्य रहे थे?
बाराबंकी : राज्यसभा सांसद और सपा के कद्दावर नेता बेनी प्रसाद वर्मा का शुक्रवार देर शाम निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। बेनी प्रसाद वर्मा के निधन की खबर से समाजवादी पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई। वह सपा के संस्थापक सदस्य रहे थे। बेनी प्रसाद वर्मा उत्तर प्रदेश के कुर्मी समाज के बड़े नेता माने जाते थे, यूपीए 2 सरकार में बेनी प्रसाद वर्मा केन्द्रीय इस्पात मंत्री थे।
1996 में वे संचार के स्वतंत्र राज्यमंत्री बने। इसी साल उन्हें संसदीय कार्य के राज्यमंत्री का भी जिम्मा सौंपा गया। 1996 में ही हुए लोकसभा चुनाव में वे फिर जीते। 1998 में उत्तरप्रदेश सपा पार्टी के प्रमुख सदस्य बने। इससे पहले वे समाजवादी पार्टी के जनरल सेक्रेटरी थे। 1996 से 1998 तक देवगौड़ा मंत्रिमंडल में केंद्रीय संचार मंत्री के पद पर रहे।1998 में ही वे उत्तरप्रदेश सरकार में पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट तथा संसदीय कार्य मंत्री बने। 1999 में सपा छोड़ जनता दल में शामिल होकर उसके प्रमुख बने। इसी दौरान वे जनता दल के संसदीय बोर्ड के सदस्य बने।
बेनी प्रसाद वर्मा ने अपने निर्वाचन क्षेत्र से 1998, 1999 और 2004 में पुन: जीत दर्ज की। 2004 में उत्तरप्रदेश सरकार में पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट, एक्साइज तथा संसदीय बोर्ड के मंत्री बने। 2007 में जनता पार्टी के जनरल सेक्रेटरी बने। 2006 में वे लोकदल के उपनेता बने और 2009 में भारतीय लोकदल के जनरल सेक्रेटरी नियुक्त हुए।
इसी दौरान वे जेल, केन डेवलपमेंट तथा चीनी उद्योग मंत्री बने। 2009 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर उप्र के गोंडा निर्वाचन क्षेत्र से पुन: निर्वाचित हुए और 12 जुलाई 2011 को मनमोहन सिंह सरकार में इस्पात मंत्री बनाए गए।
जून 2009 में वे भारतीय क्रांतिदल के जनरल सेक्रेटरी नियुक्त हुए और 2011 में उत्तरप्रदेश विधानसभा के सदस्य बने। कई वर्षों तक वे उत्तरप्रदेश के लिए लोक निर्माण विभाग मंत्री भी रहे। अपने सनसनीखेज़ बयानों को लेकर भी अक्सर चर्चा में रहते हैं।
बेनीप्रसाद वर्मा ने बरदरी में चरण सिंह महाविद्यालय तथा गृह जिले बाराबंकी में मोहनलाल वर्मा शैक्षणिक संस्थान की स्थापना की। पंसदीदा खेल शतरंज रहा है। यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, फ्रांस, सिंगापुर, चीन, स्विट्ज़रलैंड आदि देशों की यात्राएं की हैं।