फरिश्ता बनकर बांट रहे हाजी मुक्तदिर राहत सामग्री, 203 दिहाड़ी मजदूर परिवारों को पहुचाई मदद
सोमवार को 203 परिवारों को राहत पैकेट उपलब्ध कराए.
बाराबंकी: अगर मरहम लगा सको तो किसी गरीब के ज़ख्मों पर ही लगाना, क्योंकि हकीम बहुत हैं बाजारों में अमीरों के इलाज़ की खातिर । जी हां हम बात कर रहे लॉक डाऊन के बाद उन मजदूरों की जो अब भूख मिटाने की व्यवस्था से जूझने लगे है ऐसे ही परिवारों की मदद के लिए शहर के हाजी अब्दुल मुक्तदिर अंसारी आगे आकर अपना खजाना खोल दिया है।
सोमवार को 203 परिवारों को राहत पैकेट उपलब्ध कराए । जिसमे 5 किलो चावल 5 किलो आटा डेढ़ किलो दाल एक लीटर सरोसो का तेल शब्जी मसाला चाय पत्ती आदि है। जिसकी कीमत करीब 6 सौ रुपया है। फैजुल्लागंज स्थित अपने आवास के बड़े से हाल में टीम के सदस्यों कलीम, सलमान , रेहान, इरसाद, गुड्डू, हाफिज सुफियान, तौसीब समेत कई लोग राहत सामग्री क़ई पैकेट बनाने में मशगूल है।
हाफ डाला के माध्यम से सबसे पहले फैजुल्लागंज में समाज सेवी और हज कमेटी के जिला कोषाध्यक्ष हाजी मुक्तदिर अंसारी गरीबो क़ई चौखट पर पहुच कर सामग्री उपलब्ध कराई । इसके बाद पीरबटावन और बड़ेल जाकर गरीबो परिवारों की भूख का इन्तिजाम किया। साम तक 203 परिवारों तक राहत सामग्री पहुचाई गयी । श्री मुक्तदिर ने बताया कि हमारा इरादा सुर्खिया बटोरना नही नही सोसल मीडिया पर लाइक कमेंट की जरूरत है। हमे गरीबो की दुआओ की दरकार है। बताया कि हमारा ये काम लॉक डाऊन तक चलेगा ।