बाराबंकी। दौलत के तराजू पर रिश्तों को तौलना कहें या दूरंदेशी। लाल जोड़े में सात फेरों के बाद ससुराल आयी युवती दूसरे ही दिन बस 1 रुपये की बात पर पति को छोड़ मायके चली गई। शहर के कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों के मालिक और एक बड़े कारोबारी परिवार के तीस साल के युवक की शादी बिरादरी के सामूहिक विवाह समारोह में हुई। बताया ये गया कि लड़के वालों के पास जमीन जायदाद काफी है।
फिलहाल तसल्ली होने के बाद लड़की वालों ने हां कर दी। इधर युवक की सादगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने पिता के पुराने स्कूटर से चलना बेहतर समझा। कभी बाइक के लिए जिद नहीं की। खैर शादी की रस्में होने के बाद युवती अपने ससुराल आ गयी। दूसरे दिन सुबह वो चाय बनाने के लिए रसोईं में चली गई।
इसी दौरान उसने पति को अपनी मां यानी सास से एक रुपये मांगते हुए सुना। उसने चाय तो बना दी मगर पति की बात उसे खटक गई। फिलहाल उसने जाने क्या सोचा। भाई को फोन मिलाकर तुरन्त ससुराल आने को कहा। भाई के पहुंचने पर युवती ने पूरी बात बताई। युवती का कहना था कि जब एक रुपये इनको मां से मागने पड़ रहे हैं तो आगे पूरी जिंदगी पड़ी है।
क्या पूरा जीवन ऐसे ही चलेगा। फिलहाल भाई को बहन की बात ठीक लगी। आनन फानन सामान की पैकिंग हुई और एक दिन की दुल्हन ससुराल से मायके पहुंच गई। फिलहाल ये फैसला युवती का निजी था हां इतना जरूर हुआ कि सब कुछ बिना किसी हंगामे के हो गया।