सांसद की कटी टिकिट तो नेता जी के प्रतिनिधि व हॉइ प्रोफ़ाइल गुरु जी निलंबित!
बाराबंकी
हॉइ प्रोफाइल टीचर जी हां ये वो साहेब है जिनके इशारे पर शिक्षकों का तबादला होता था। अब तस्वीर ऐसी बदली कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने उन्हें खुद निलंबित कर दिया। हम बात कर रहे भाजपा के वर्तमान सांसद प्रियंका रावत के प्रतिनिधि राजेश वर्मा की।
हुआ यूं कि सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्राइमरी स्कूल कन्या बारिनबाग का निरीक्षण किया । यहां पता चला कि शिक्षक राजेश वर्मा गैर हाजिर चल रहे है। यही नही डेढ़ साल से वेतन भी नही मिला । फिलहाल इनके निलम्बन की संस्तुति जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेज दी गई। बीएसए वी.पी.सिंह के मुताबिक रिपोर्ट मिलने के बाद ही उन्हें निलंबित कर दिया गया।
ये तो है गुरु जी का प्रशासनिक पहलू
बतौर प्रतिनिधि भी वो कम चर्चित कम नहीँ रहे मीडिया पर डोरे डालना हो या किसी का तबादला या कानून व्यवस्था से जुड़ा कोई काम उनका कोई सानी नही निकला। यही वजह थी खुद सांसद के खेमे में ही उनका विरोध अंदर ही अंदर पनपने लगा। एक बार तो सुलह समझौते की नौबत आ गई। सूत्रों का दावा तो यह भी है जब सांसद जी का टिकट कटा तो इनके निलम्बन की फाइल पर भी साइन हो गए थे। मगर गुरु जी हाईप्रोफाइल थे तो मामला दबा रहा। धीरे धीरे लोगों को भनक लगी तो बात मीडिया तक न जाने की जुगत उनके खास साथी लगाते रहे मगर बात हाथ से निकल चुकी थी।
खैर हमारे जिले में राष्ट्रपति पुरस्कार वाले कर्मठ समर्पित अध्यापक भी है जिनकी मिसाल दी जाती है। वहीँ ऐसे हाईप्रोफाइल शिक्षकों की भी लंबी फेहरिस्त है। जो नेतागिरी ठेकेदारी कर रहे हैं उनकी ड्यूटी कोई और कर रहा है या कोई नही कर रहा है मगर वेतन उन्हें मिल रहा है। ऐसे अध्यापकों पर बीएसए तक हाथ डालने से इसलिए कतराते रहे कि कही उनका तबादला टीचर ही न करवा दे। फिलहाल वर्तमान बीएसए की कार्रवाई से ये उम्मीद जगी है कि अब ऐसे लोगो की शामत आ सकती है।