यूपी पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़कर हेड कांस्टेबल को डीसीएम ने कुचला, मौके पर हुई मौत
बरेली. लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान शहर की सीमा में दाखिल हो रहे वाहनों की चेकिंग कर रही पुलिस टीम को एक तेज रफ्तार डीसीएम ने कुचल दिया. हादसे में उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) के एक हेडकांस्टेबल की मृत्यु हो गई है, जबकि एक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं. उन्हें समीप के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. उधर, पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले डीसीएम को अपने कब्जे में लेकर इसके मालिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के अनुसार, मीरगंज थाना क्षेत्र से गुजर रहे राष्ट्रीय मार्ग 24 पर स्थिति लभारी चेक पोस्ट पर पुलिस की टीम वाहनों की चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान, पुलिस टीम को रामपुर की तरफ से एक डीसीएम आता हुआ नजर आया. पुलिस टीम ने डीसीएम को रुकने का इशारा किया. ड्राइवर ने डीसीएम की रफ्तार धीमी करने की बजाय बढ़ा. पुलिस कर्मी कुछ समझ पाते, इससे पहले डीसीएम बैरिकेडिंग तोड़कर पुलिस कर्मियों को अपनी चपेट में ले लिया. हादसे में उत्तर प्रदेश पुलिस के एक हेडकांस्टेबल की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि उनके साथ मौके पर मौजूद इंस्पेक्टर क्राइम गंभीर रूप से जख्मी हो गए.
हेडकांस्टेबल सत्यप्रकाश ने दिया सर्वोच्च बलिदान
मौके पर मौजूद अन्य पुलिस कर्मियों ने तत्काल जख्मी पुलिस इंस्पेक्टर को समीप के निजी अस्पताल में भर्ती कराया है. जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. उधर, पुलिस की टीम ने हादसे को अंजाम देने वाले डीसीएम को अपने कब्जे में लेकर उसके मालिक को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस मसले पर बरेली के एसएसपी शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि हादसे की चपेट में आए पुलिस कर्मियों की पहचान इंस्पेक्टर राजकुमार भारद्वाज और हेड कांस्टेबल सत्यप्रकाश शर्मा के रूप में हुई है. हेड कांस्टेबल सत्य प्रकाश शर्मा अपने ड्यूटी को निभाते हुए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया है.
पुलिस लाइन में दी गई अंतिम सलामी
उन्होंने बताया कि शहीद हेडकांस्टेबल सत्यप्रकाश शर्मा का पोस्टमार्टम होने के बाद उन्हें पुलिस लाइन में अंतिम सलामी दी गई. जिसके बाद, पार्थिव शरीर उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. शहीद सत्य प्रकाश मूल रूप से अमरोहा के रहने वाले है. फिलहाल, उनका परिवार मुरादाबाद में रहता है. हेड कॉन्स्टेबल के परिजन उनका पार्थिव शरीर अपने साथ मुरादाबाद ले गए.