बरेली से पकड़ा गया क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा का हत्यारा, एक साल से ढूंढ रही थी UPSTF
डकैती के दौरान छज्जू छेमार उर्फ बाबू ने सुरेश रैना के फूफा अशोक कुमार की हत्या कर दी थी.
बरेली : क्रिकेटर सुरेश रैना के फूफा अशोक कुमार के घर में घुसकर डकैती और हत्या के मामले में आरोपी बदमाश छज्जू छेमार उर्फ बाबू को एसटीएफ बरेली और पंजाब पुलिस ने बहेड़ी के पंचपेड़ा गांव से गिरफ्तार कर लिया है. छज्जू छेमार अपने गैंग के साथ साल 2020 में अशोक कुमार के घर में फूल बेचने के बहाने रेकी करते थे और इसके बाद उसने डकैती करने के लिए जाते थे. इस डकैती के दौरान छज्जू ने अशोक कुमार की हत्या कर दी थी.
छज्जू ने पूछताछ में बताया है कि उसके गैंग में तीन महिलाएं भी शामिल हैं. छज्जू ने बताया कि इनके गैंग की महिलाएं ही दिन में ही फूल बेचने के बहाने सुरेश रैना के फूफा अशोक कुमार के घर में घुस गई थी. पुलिस के मुताबिक छज्जू छेमार ने बताया कि वह अपने साथी सावन, मोहब्बत, शाहरूख, नौसे, राशिद, आमिर और 3 महिलाओं के साथ शाहापुर कॉडी में रहकर चादर और फूल बेचने का काम करते हैं. ये लोग एक टेम्पो के जरिए इलाके के घरों की रेकी किया करते थे.
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
छज्जू ने एसटीएफ की पूछताछ में कबूल किया है कि इसकी टीम में मौजूद महिलाएं ही रेकी का काम करती थीं. गैंग की महिलाएं ही दिन में ही फूल बेचने के बहाने सुरेश रैना के फूफा अशोक कुमार के घर की रेकी करके आई थीं. इसके बाद छज्जू बाकी गैंग के साथ रात में घर में घुस गए और छत पर सो रहे पुरुष, महिलाओं और बच्चों को डंडे से घायल कर जेवर व पैस लूटकर फरार हो गए थे. उसने बताया कि इस डकैती के बाद वो हैदराबाद भाग गया था. इसके बाद मामला ठंडा होने के बाद गांव में ही आकर रह रहा था लेकिन इसकी भनक एसटीएफ को लग गई.
क्या है मामला?
गौरतलब है कि क्रिकेटर सुरैश रैना के फूफा अशोक कुमार पठानकोट (पंजाब) में रहकर ठेकेदारी का काम करते थे. उनका घर शहर की आबादी से दूर ग्राम थरियाल इलाके में था. बीते साल 19 और 20 अगस्त की रात को डकैतों ने छत पर चढ़कर सो रहे व्यक्तियों को घायल कर डकैती को अंजाम दिया. घायल अशोक कुमार की अस्पताल पहुंचने के बाद मौत हो गई थी. इस घटना में उनकी मां सत्या देवी, उनकी पत्नी आशा देवी, और दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए थे.