सांप पकड़ने गए एक सपेरे की सर्पदंश से मौत हो गई। ये मामला उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले का है सपेरा काफी समय से जहरीले सांपों को पकड़ता था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
खुखुन्दू गांव निवासी दरोगा नट (48) बचपन से ही सांप पकड़ने में माहिर था। वह दूर-दूर तक किसी भी तरह के जहरीले सांपों की सूचना पर सांप पकड़ने के लिए जाता था। खुखुन्दू कस्बे में मंगलवार की रात करीब 9 बजे बबलू मद्धेशिया के घर एक गेहूंअन जहरीला सांप दिखाई दिया। बबलू मद्धेशिया ने अपने दोस्त जीतू मद्धेशिया को सूचना दी।
जीतू ने बताया कि अभी हम सपेरे को पकड़ कर ला रहे हैं। जीतू दरोगा नट को लेकर बबलू के घर लेकर चला गया। सांप पकड़ते समय दरोगा को सांप ने उंगली में काट लिया। आरोप है कि इसके बाद मकान मालिक ने उसके घर वालों को सूचना नहीं दी।
रात में करीब 10 बजे एक शराब भट्टी के पास सपेरे को लड़खड़ा कर आते हुए किसी राहगीर ने देखा तो दरोगा नट के घर वालों को सूचना दी। रात में पहुंचे परिजन उसे भलुअनी थाना के बांकी सती माई के पास झाड़-फूंक के लिए ले गए। वहां से कोई फायदा नहीं पहुंचने पर रात में ही जिला अस्पताल ले आए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दरोगा नट अपने चार भाइयों में दूसरे नंबर का था। उसके पांच लड़के और एक लड़की हैं। सबसे बड़ा घुटूर, सोनू, भकोल, इंसान, गोलू एवं एक लड़की मजबून है। दो महीने पहले दरोगा नट की तीसरे नंबर के भाई टुनटुन की भी सोते समय सर्पदंश से ही मौत हो गई थी।घटना की सूचना पर क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य संदेश यादव मौके पर पहुंचे और परिजनों को न्याय दिलाने का भरोसा दिया। एसआई शशिनाथ गोस्वामी ने कहा की सर्पदंश होने के बाद मकान मालिक को कम से कम परिजनों को सूचना जरूर देनी चाहिए।