अयोध्या : फियादीन हमले की 18वीं बरसी पर सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त, चौक-चौराहों और नाकों पर पुलिस जवान मुश्तैद
Ayodhya: On the 18th anniversary of the Fiyyadin attack, the security system is tight, the police personnel are ready at the square-intersections and points
अयोध्या :फियादीन हमले की 18वीं बरसी पर अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त दिखी। चौक-चौराहों और नाकों पर पुलिस के जवान मुश्तैद रहे। बैरिकेडिंग लगाकर हर एक वाहनों की चेकिंग की गई। संदिग्ध दिखने वाले लोगों के आईकार्ड भी चेक किए गए। हालांकि सब कुछ सामान्य रहा। अब अयोध्या अपने पुराने जख्मों को भुलाने का प्रयास कर रही है। अब हर किसी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को देखने की चाहत है।
18 वर्ष पूर्व 5 जुलाई 2005 को फिदायीन आतंकियों ने हमला कर परिसर को क्षति पहुंचाने की कोशिश की थी, जिसमें सभी आतंकी मारे गए थे। यही कारण है कि आज भी राम जन्मभूमि की सुरक्षा अति संवेदनशील मानी जाती है, जिसको लेकर यहां की सुरक्षा चाक चौबंद है। राम जन्मभूमि परिसर क्षेत्र में आने जाने वाहनों पर नजर रखी जा रही है।
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास कहते हैं कि सुबह का समय था जब आतंकवादियों ने राम जन्मभूमि पर हमला किया था। उस दौरान भगवान रामलला टेंट में विराजमान थे। उस दौरान एक विस्फोट हुआ, जिसके बाद परिसर के अंदर के सुरक्षाकर्मी सतर्क हो गए थे। आतंकवादी परिसर को क्षतिग्रस्त करने की मनसा में सीता रसोई मंदिर तक पहुंच गए थे। उनके पास जो भी हथियार और विस्फोटक सामान था उससे हमला भी कर दिया, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने आतंकियों का सामना किया और सभी को मार गिराया।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा कहते हैं कि पूर्व में घटित घटना को स्मरण करने के बाद ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं, लेकिन हम उत्साहित हैं क्योंकि भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण चल रहा है, जिसके लिए लाखों लोगों ने बलिदान दिया और रही बात 5 जुलाई 2005 की स्थिति की, जिसका जो कृत्य था उसे वहां पर पहुंचा दिया। हमारे जवानों ने मुंह तोड़ जवाब दिया है और अब मंदिर निर्माण को उन लोगों को भी स्वीकार करना चाहिए। यह जरूर है कि हम लोग इस प्रकार से अपने आप को सुरक्षित करें कि 2005 की घटना की पुनरावृत्ति कभी न दोहराई जा सके। दावा किया कि वर्तमान सरकार में अयोध्या पूरी तरह सुरक्षित है।
अयोध्या पुलिस क्षेत्राधिकारी एसपी गौतम ने बताया कि हमले की बरसी पर विशेष सतर्कता बरती गई। पहले से ही अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है। समय-समय पर सुरक्षा व्यवस्था की जांच भी की जाती है। सीआईएसएफ के डीजी अमित कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया है।